अब तेंदुआ ने महिला को बनाया अपना शिकार, घने जंगल में क्षत-विक्षत मिला शव
अल्मोड़ा जिले में दो दिन पहले मासूम को अपना शिकार बनाने वाले तेंदुए ने अब उसी गांव के बगल में एक महिला का मार डाला है।
भैंसियाछाना ब्लॉक में ग्रामसभा डूंगरी, उसके उडल तोक व पेटशाल गांव में पहले ही आदमखोर गुलदार की दहशत थी। बुधवार देर शाम पेटशाल निवासी हरीश राम की पत्नी आनंदी देवी (65) का क्षतविक्षत शव मिलने से खौफ और बढ़ गया। पूर्व प्रधान खजान पेटशाली ने बताया कि आनंदी देवी बीती मंगलवार शाम से घर नहीं लौटी थी। ग्रामीणों को लगा कि वह रिश्तेदारी में गई है। हालांकि घर के दरवाजे खुले ही थे। बुधवार को भी जब वह नहीं लौटी तो गांव वालों को संदेह हुआ। उसकी तलाश शुरू की गई।
वहीं डीएफओ महातिम सिंह यादव ने बताया कि ये कहना कि गुलदार ने ही मारा है, जल्दबाजी होगी। महिला बीती शाम से लापता थी। वाकई गुलदार ने मारा है या नहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असल कारण स्पष्ट होंगे। शिकारी सैफी आशिफ क्षेत्र में आज रात अपनी पोजीशन ले लेंगे।
अंदेशा : घर से खींच कर ले गया गुलदार
घर से करीब 60 किमी दूर जंगल की ओर उसका शव देख लोग सकते में आ गए। उसके शरीर का अधिकांश हिस्सा गायब था। पूर्व प्रधान ने कहा कि शव की हालत देख लग रहा कि महिला को गुलदार ने ही मारा है। यह भी अंदेशा है कि महिला को गुलदार घर के पास से खींच कर ले गया और सुनसान जंगल में निवाला बना लिया। गांव के विनोद आयर के अनुसार महिला का विभत्स शव जिस स्थान पर मिला है, वहां घनी झाडि़यां हैं। उन्होंने भी दावा किया कि आनंदी देवी को गुलदार ने ही मारा है। सूचना पर डीएफओ महातिम सिंह यादव के निर्देश पर विभागीय टीम पेटशाल गांव पहुंच गई है।
गुलदार के पास सौ किमी की रियासत
वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो गुलदार की रियासत सौ किमी के दायरे में होती है। एक हिस्से में मानवीय गतिविधियां बढ़ने पर वह तत्काल रियासत के भीतर ही दूसरा सुरक्षित इलाका तलाश कर लेता है। माना जा रहा कि उडल गांव में मासूम को उठा ले जाने के बाद जिस तरह शांत इलाके में नगर व आसपास के लोगों की गतिविधियां बढ़ी, उससे गुलदार पेटशाल की तरफ उतर आया हो।