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भाजयुमो पदाधिकारियों की अब नए सिरे से बनेगी सूची ! मंथन में जुटा हाईकमान

भारतीय जनता युवा मोर्चा पदाधिकारियों के चुनाव को लेकर उम्र फिर मसला बन गया है। जिन युवाओं का नाम पहले पदाधिकारी बनने की सूची में आ चुका था अब उसके बदलने का डर सता रहा है। प्रदेश हाइकमान भी अब सूची को नए सिरे से बनाने में जुट गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 01 Nov 2020 09:07 AM (IST)
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भाजयुमो पदाधिकारियों की अब नए सिरे से बनेगी सूची मंथन में जुटा हाईकमान

हल्द्वानी, जेएनएन : भारतीय जनता युवा मोर्चा में पदाधिकारियों के चुनाव को लेकर उम्र फिर मसला बन गया है। जिन युवाओं का नाम पहले पदाधिकारी बनने की सूची में आ चुका था अब उसके बदलने का डर सता रहा है। प्रदेश हाइकमान भी अब सूची को नए सिरे से बनाने में जुट गया है। प्रदेश में भाजपा को जनवरी में नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया था। इसके बाद से ही नई कार्यकारिणी बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई थी। 10 महीने में सभी मोर्चों के पदाधिकािरयों को मनोनीत कर दिया गया है, लेकिन युवा मोर्चा को लेकर असमंजस बरकरार है।

इस बार निर्धारित कर दी गई है उम्र

दरअसल इस बार युवा मोर्चा में युवाओं को शामिल करने की चर्चा हुई। प्रदेश स्तर के पदाधिकारी के लिए 35 और जिला स्तर के पदाधिकारी के लिए 30 वर्ष की आयु होने की चर्चा पार्टी के अंदर तैरने लगी। इसमें ऐसे पदाधिकारी शामिल नहीं हो पा रहे थे, जिनका नाम पहले फाइनल माना जा रहा था।

पहुंच रखने वाले नेताओं में रार

जिन युवा नेताओं को युवा मोर्चो की कार्यकारिणी में शामिल होना था, इसमें से कई ऐसे हैं, जो वरिष्ठ पदाधिकारियों के करीबी और रिश्तेदार हैं। मोर्चे के प्रदेश स्तर पर महामंत्री समेत कुछ महत्वपूर्ण पदों पर काबिज होने के लिए इनके बीच मनभेद भी उभरने लगे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष की उम्र का भी पेच

दरअसल प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल निर्धारित उम्र की सीमा भी पार कर चुके हैं। तब अधिकांश नेताओं का कहना है कि जब प्रदेश अध्यक्ष के लिए उम्र की सीमा का बंधन नहीं है तो हमें उम्र का हवाला क्यों दिया जा रहा है। ऐसे में जल्द कार्यकारिणी फाइनल हो पाएगी, ऐसा नहीं लग रहा है। लेकिन लॉबिंग शुरू हो गई है।