अफसरों के निरीक्षण में काठगोदाम रेलवे स्टेशन की सुरक्षा की खुली पोल
काठगोदाम रेलवे स्टेशन का बुधवार को एलआइयू व रेलवे अफसरों की संयुक्त टीम ने जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर बुधवार को एलआइयू व रेलवे अफसरों की संयुक्त टीम ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तो पोल खुल गई। स्टेशन के प्लेटफार्म पर सीसीटीवी कैमरे तक नहीं मिले। मेटल डिटेक्टर मशीन भी खराब मिली। एलआइयू ने रिपोर्ट में सुरक्षा मानकों से जुड़े इन बिंदुओं को शामिल किया है।
18 अप्रैल को आतंकी संगठनों ने रुड़की रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की कथित धमकी दी थी। कुछ अन्य जगहों का भी जिक्र था, जिसके बाद स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिए अलर्ट जारी किया गया। काठगोदाम स्टेशन को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। लिहाजा, एसपी एलआइयू प्रीति प्रियदर्शनी के साथ अफसरों ने बुधवार को स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य द्वार, प्लेटफार्म, ट्रैक, पार्किंग, वेटिंग रूम, ओवर ब्रिज, वाशिंग लाइन आदि का जायजा लेने के बाद बैठक की गई। निरीक्षण में पता चला कि सीसीटीवी, लगेज स्कैनर, मेटल डिटेक्टर, सर्च टॉवर जैसे सुरक्षा उपकरण या तो खराब हैं या फिर हैं ही नहीं। पर्याप्त स्टाफ भी नहीं हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि संसाधनों के अभाव में रेलवे अफसर संदिग्धों की पहचान कैसे करेंगे। सुरक्षा के दावे तो तमाम किए जाते रहे, मगर सभी मानक पूरे ही नहीं हैं। निरीक्षण में एसपी रेलवे मनोज कुमार कत्याल, एसडीएम विजय नाथ शुक्ल, सीओ डीसी ढौंडियाल, स्टेशन अधीक्षक चयन रॉय आदि शामिल थे। गेट पर टैक्सी चालकों का हंगामा
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान आरपीएफ ने गेट पर खड़े टैक्सी संचालकों को किनारे कर दिया। वहीं हावड़ा एक्सप्रेस आने की वजह से भीड़ भी बढ़ गई। इस बीच टैक्सी चालकों ने अभद्रता का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। टैक्सी संचालन बंद करने के साथ ही धरना देने की चेतावनी भी देने लगे, जिसके बाद आरपीएफ दारोगा चंद्रसेन सिंह ने उन्हें समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।