Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड में आठ अप्रैल से ही शुरू हो जाएगा पहले चरण का मतदान, घर-घर पहुंचेगी निर्वाचन आयोग की टीम
Lok Sabha Election 2024 निर्वाचन आयोग की टीम हर उस घर में पहुंचेगी जहां से घर बैठे मतदान करने को लेकर पूर्व में आवेदन किया गया था। पहले चरण में आठ से दस और दूसरे में 11 से 13 अप्रैल के बीच टीमें दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक वर्ष के मतदाताओं के घर जाएंगी। कोई मतदाता किन्हीं वजहों से घर पर नहीं मिला तो टीम दोबारा जाएगी।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Lok Sabha Election 2024: लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के वोट संग आठ अप्रैल से शुरू हो जाएगी। निर्वाचन आयोग की टीम हर उस घर में पहुंचेगी, जहां से घर बैठे मतदान करने को लेकर पूर्व में आवेदन किया गया था।
खास बात यह है कि पहले चरण में अगर इनमें से कोई मतदाता किन्हीं वजहों से घर पर नहीं मिला तो टीम दोबारा जाएगी, क्योंकि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस चुनाव में हरसंभव प्रयास करने हैं।
बुधवार को उत्तराखंड मुक्त विवि में 384 कार्मिकों संग जोनल व सेक्टर अधिकारियों को घर-घर मतदान से जुड़ा प्रशिक्षण दिया गया। पहले चरण में आठ से दस और दूसरे में 11 से 13 अप्रैल के बीच टीमें दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक वर्ष के मतदाताओं के घर जाएंगी।
नोडल अधिकारी मतदान व मतगणना हिमांशु जोशी ने बताया कि जिले की सभी छह विधानसभा में 12 डी फार्म भरने वाले मतदाताओं को ही इसका लाभ मिलेगा। पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान कराया जाएगा। वहीं, प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर एचबी चंद्र, पूरन तिवारी, आरती जैन, दीप्ति गुणवंत आदि शामिल थे।
वीडियोग्राफी संग सुरक्षा भी मौजूद
घर बैठे होने वाली इस मतदान प्रक्रिया पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, क्योंकि आयोग की टीम वीडियोग्राफी रिकार्ड भी रखेगी। माइक्रो आब्जर्वर, बीएलओ संग सुरक्षाकर्मी भी इस दौरान मौजूद रहेगा।दलों को देंगे सूचना कि किसका वोट डलवाने जा रहे
नोडल मतदान व मतगणना हिमांशु जोशी ने बताया कि अलग-अलग राजनीतिक दलों को सूचना दी जाएगी कि किस क्षेत्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता का वोट डलवाने के लिए टीम पहुंच रही है। निर्दलीय उम्मीदवार के मामले में उसके मुख्य अभिकर्ता से संपर्क होगा। यानी पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।85 साल से अधिक कुल मतदाता और पोस्टल से वोट देने वाले
- विस क्षेत्र - मतदाता - पोस्टल से वोट अभी
- लालकुआं - 718 - 161
- भीमताल - 588 - 218
- नैनीताल - 651 - 166
- हल्द्वानी - 847 - 125
- कालाढूंगी - 1348 - 337
- रामनगर - 585 - 69
दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या और पोस्टल से वोट देने वाले
- विस क्षेत्र - मतदाता - पोस्टल से वोट देने वाले
- लालकुआं - 865 - 84
- भीमताल - 1289 - 137
- नैनीताल - 898 - 89
- हल्द्वानी - 873 - 51
- कालाढूंगी - 1208 - 49
- रामनगर - 928 - 70
ये जानना भी जरूरी::
- लालकुआं में 85 पार के मतदाताओं की मौत व आवास पर न मिलने की संख्या 174।
- लालकुआं में दिव्यांग मतदाताओं की मौत व आवास पर न मिलने की संख्या 52।
- भीमताल में 85 पार के 94 वोटरों की मौत व 44 के शिफ्ट होने से फार्म नहीं बंटा।
- भीमताल में 44 दिव्यांग वोटरों की मौत हो चुकी। 37 अपने पते से शिफ्ट हो चुके।
- कालाढूंगी में 85 से अधिक आयु के 317 वोटरों की मौत, 38 शिफ्ट और 64 घर पर नहीं मिले।
- कालाढूंगी में 16 दिव्यांग की मौत, 14 शिफ्ट हो चुके और नौ लोग घर पर नहीं मिल पाए।
- हल्द्वानी में 85 पार के मतदाताओं की मौत, शिफ्ट होने और घर पर न मिलने के 267 मामले।
- हल्द्वानी में 47 दिव्यांग मतदाता ऐसे थे। जिनके मामले मौत, शिफ्ट व न मिलने से जुड़े थे।
- रामनगर में 178 बुजुर्ग मतदाता की मौत और 36 लोग अपन पते पर नहीं मिल पाए।
- रामनगर में 34 दिव्यांग मतदाताओं की मौत व 45 के पते पर न मिलने के मामले।