पहाड़ी पर मंडरा रहे थे कौवे, पास जाकर देखा तो नर कंकाल था, ढाई घंटे पैदल चल घटना स्थल पर पहुंची पुलिस
रविवार को बागेश्वर जिले की एक पहाड़ी पर कौवे मंडराते दिखे तो लोगों में हलचल मच गई। पास पहुंचकर उन्होंने देखा तो एक नरकंकाल पड़ा था।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 09 Dec 2019 11:33 AM (IST)
बागेश्वर, जेएनएन : रविवार को बागेश्वर जिले की एक पहाड़ी पर कौवे मंडराते दिखे तो लोगों में हलचल मच गई। पास पहुंचकर उन्होंने देखा तो एक नरकंकाल पड़ा था। जिस पर सड़ा-गला बहुत ही कम मांस बचा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि नरकंकाल तकरीबन एक माह पुराना हो सकता है।
ढाई घंटा पैदल चल पहाड़ी पर पहुंची पुलिस रविवार को कुछ चरवाहों ने बागगेश्वर कापकोट के गैरखेत की ऊंची पहाड़ी पर कौवे आदि पक्षियों को उड़ते देखे तो वे बकरियों के साथ वहां तक पहुंच गए। वहां नर कंकाल पड़ा था, जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस को दी। कपकोट पुलिस करीब ढ़ाई घंटा पैदल चलकर पहाड़ी तक पहुंच सकी। वहां शव नर कंकाल के रूप में था। करीब पांच प्रतिशत मांस ही इसमें बचा था, जिससे उसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। अब पुलिस गुमशुदा के तहत दर्ज मामलों को खंगाल रही है।
डीएनए टेस्ट कराया जाएगाकोतवाल टीआर वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर शव को बरामद किया गया है। डीएनए टेस्ट के बाद ही शव की शिनाख्त हो सकेगी। उन्होंने बताया कि शव एक माह पुराना हो सकता है और पुरुष का है, लेकिन मांस पूरी तरह गल जाने से उसके चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा है। यह व्यक्ति यहां तक कैसे पहुंचा होगा, उसकी मौत किस वजह से हुई होगी, सारे पहलुओं की पड़ताल होगी।
बड़ा सवाल हादसा या हत्यापहाड़ी से बरामद शव आसपास के किसी ग्रामीण का है? किसी हादसे में उसकी मौत हुई है या फिर कहीं और हत्या कर यहां लाकर फेंका गया ? जैसे तमाम सवाल उठने स्वाभाविक हैं। फिलहाल पोस्टमार्ट के बाद ही मौत के कारणों पता चला सकेगा।यह भी पढ़ें : एक साल पहले बच्चे को आंगन से उठा ले गया था तेंदुआ, प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों के नाम आया समन
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