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Haldwani में बारिश का कहर: बुनियाद खोखली, कहीं जमीन गायब...कलसिया के निशाने पर सैकड़ों घर

Kalsia Nala Haldwani दमुवाढूंगा में एक जगह तीन साल पहले बने मकान की बुनियाद के नीचे से जमीन खिसक गई तो कुछ दूरी पर खाली पड़ी जमीन का बड़ा हिस्सा गिरकर नाले में पहुंच गया। पिछले साल अगस्त में आई आपदा के दौरान यहां कई घर बह गए थे। टीपीनगर तिराहे पर वैसे तो पुलिस की ट्रैफिक लाइटें किसी काम की नहीं है।

By govind singh Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 06 Jul 2024 10:55 AM (IST)
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Kalsia Nala Haldwani: बारिश से दमुवाढूंगा से देवलढूंगा तक खतरे के हालात

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Kalsia Nala Haldwani: मानसून का सीजन आफत लेकर आया है। हल्द्वानी में जलभराव आम समस्या थी। लेकिन इस बार घर और जमीन को भी खतरा पैदा हो गया है। दमुवाढूंगा में एक जगह तीन साल पहले बने मकान की बुनियाद के नीचे से जमीन खिसक गई तो कुछ दूरी पर खाली पड़ी जमीन का बड़ा हिस्सा गिरकर नाले में पहुंच गया।

दूसरी तरफ कलसिया नाले ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। नाले के एक तरफ के मकानों को पानी की धार लगातार चोट पहुंचा रही है। सुबह से शाम तक लोग बाहर खड़े होकर नाले की रफ्तार को देख रहे हैं। जबकि रात में डर से नींद नहीं आ पा रही। इस साल मानसून की शरुआती में परेशानियों का दौर शुरू हो गया है। दमुवाढूंगा स्थित वार्ड 37 में जगदीश राम ने 2021 में मकान बनाया था।

घर ढलान में होने के कारण लगातार पानी आया। जिस वजह से मकान के आगे का बुनियाद का हिस्सा ही खोखला हो गया। परिवार ने पन्नी डाल किसी तरह बाकी जगह को बचा रखा है। वहीं, हल्दीखाल में गोधाम के आगे सड़क से सटी जमीन का बड़ा भाग टूटकर अलग हो चुका है।

बरसात की वजह से यह स्थिति पैदा हुई। दूसरी तरफ काठगोदाम में कलसिया पुल से नीचे बद्रीपुरा और ऊपर देवलढूंगा क्षेत्र में पानी की रफ्तार इतनी तेज हो चुकी है कि घरों के निचले हिस्से में मार पड़ती साफ नजर आ रही है। पिछले साल अगस्त में आई आपदा के दौरान यहां कई घर बह गए थे। जिस वजह से लोगों में डर का माहौल नजर आया।

ट्रैफिक लाइट का खंबा गिरा, बाल-बाल बचा छात्र

टीपीनगर तिराहे पर वैसे तो पुलिस की ट्रैफिक लाइटें किसी काम की नहीं है। लेकिन शुक्रवार शाम यहां बड़ा हादसा होने से बचा। पूरा खंबा ही उखड़ गया। हर्षित पंत नाम का छात्र बाल-बाल बचा। हालांकि, खंबा गिरने से उसकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। गरीब की झोपड़ी तबाह, मदद को आए लोग -दमुवाढूंगा में एक महिला बच्चों संग झोपड़ी में रहती है।

बुधवार को भारी बरसात से झोपड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके बाद स्थानीय लोग मदद को आए। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ललित जोशी ने खाने व कपड़े की व्यवस्था की। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता मन्नू गोस्वामी ने बताया कि क्षेत्र के लोग चंदा जुटा दोबारा झोपड़ी बनाएंगे। अब धंस गई हीरानगर की सड़क -बुधवार और गुरुवार को वर्कशाप लाइन और रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क धंस गई थी।

अब कैंसर अस्पताल के पीछे से गुजरने वाली सड़क हीरानगर मोड़ पर पहुंचने के बाद धंस गई है। जल्द मरम्मत न होने पर दबाव बढ़ेगा। जिससे स्थिति और खराब होगी।

रपटे में बहे बाइक सवार, लोगों ने बमुश्किल निकाला

दमुवाढूंगा स्थित आंबेडकर पार्क के आगे बरसाती रपटा है। जिसका पानी रकसिया नाले में जाता है। पानी की रफ्तार बढऩे से रपटे पर बहाव काफी ज्यादा था। सुबह के समय बाइक सवार पानी की चपेट में आकर गड्ढे में गिर गए। गनीमत रही कि आसपास के लोगों ने नीचे उतर उन्हें बाहर निकाल लिया।

स्टेशन की छत लीक, बैनर से सुरक्षित किया सिस्टम

रोडवेज स्टेशन का बुरा हाल नजर आया। कक्षों की छत लीक होने की वजह से कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो गया था। वहीं, आनलाइन बुकिंग कक्ष में रखे सर्वर सिस्टम के ऊपर बैनर टांग लोगों ने किसी तरह उसे सुरक्षित किया। वरना सारा काम ही ठप हो जाता।

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