Move to Jagran APP

चुनावी मौसम में तैयार होने लगे भोंपू, हल्द्वानी में चालकों के सजने लगे ई-रिक्शा और ऑटो

होली के त्यौहार के साथ चुनावी बयार भी चल रही है। नेता अपने प्रचार-प्रसार के लिए अभी खुलकर नहीं आए हैं मगर बाजार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 20 Mar 2019 06:30 PM (IST)
Hero Image
चुनावी मौसम में तैयार होने लगे भोंपू, हल्द्वानी में चालकों के सजने लगे ई-रिक्शा और ऑटो
हल्द्वानी, जेएनएन : होली के त्यौहार के साथ चुनावी बयार भी चल रही है। नेता अपने प्रचार-प्रसार के लिए अभी खुलकर नहीं आए हैं, मगर बाजार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। चुनावी भोंपू तैयार होने लगे हैं और प्रचार का हर हथकंडा अपनाने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। ई-रिक्शा व ऑटो संचालक भी राजनीतिक दलों का घूम-घूमकर प्रचार करने के लिए तैयार हैं।

ई-रिक्शा चालकों की बल्ले-बल्ले

दिनभर घूमने के बाद ई-रिक्शा चालकों पचास या सौ रुपये मिल पाते हैं। ऐसे में उनका गुजारा नहीं हो पाता, मगर इस बार ई-रिक्शा चालकों ने चुनाव को देख अपनी तैयारी की है। 500 से 1000 रुपये तक ई-रिक्शा और टैंपो बुक किए जा रहे हैं। चालक रामकिशन का कहना है कि चुनाव में इस बार कमाई अच्छी हो रही है। फ्लैक्सी लाने-ले जाने से लेकर भोंपू पर डेक लगाकर प्रचार करने तक सभी इंतजाम कर लिया है।

फ्लैक्स का बढ़ा काम

प्रचार-प्रसार के लिए फ्लैक्स बोर्ड की दुकानों पर काम बढ़ गया है। प्रचार-प्रसार के लिए पार्टियों के सिंबल और शीर्ष नेताओं के पोस्टर बनने शुरू हो गए हैं। शहर की 50-60 दुकानें फ्लैक्स बोर्ड की हैं, जिनके पास काम आया है।

चाय के बढ़ गए दाम

कांग्रेस और भाजपा के कैंप कार्यालयों के आगे लगे खोखों में चाय के दाम अब बढ़ गए हैं। होली के बीच कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी को जिताने और व्यवस्थाओं की रणनीति बनाने में लगे हैं। सुबह से ही कार्यालयों में भीड़ जमा हो जाती है। ऐसे में चाय के खोखे भी मौज काट रहे हैं। खास बात यह है कि अब मनमर्जी से भी चाय वालों ने खोखे लगा लिए हैं। खोखे पर चाय वाले भी दिनभर अच्छी कमाई कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : ना ना के बाद कोश्यारी के फिर चुनाव लड़ने की चर्चा से बीजेपी में असमंजस की स्थिति

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट में पांच अहम याचिकाओं पर हुई सुनवाई, जानिए कौन से हैं मामले, किस पर कोर्ट सख्‍त

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।