भाजपा के बंशीधर भगत पिछले तीन चुनाव से लगातार यहां से विधायक हैं। वहीं 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस हिस्से से अच्छी बढ़त मिली थी। ऐसे में भाजपा और भगत का गढ़ 2024 में भी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर राज्य गठन के बाद हुए दो आम चुनाव में कांग्रेस का कब्जा था।
गोविंद बिष्ट, हल्द्वानी। नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा क्षेत्र में नैनीताल जिले की पांच विधानसभा सीटें आती हैं, जबकि रामनगर को सांसद के चुनाव में पौड़ी सीट में शामिल किया जाता है। निर्वाचन से जारी आंकड़ों के अनुसार, इन पांच विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की कुल संख्या 675876 हैं। इनमें सबसे ज्यादा 181121 वोटर कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र के हैं।
खास बात यह है कि भाजपा के बंशीधर भगत पिछले तीन चुनाव से लगातार यहां से विधायक हैं। वहीं, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस हिस्से से अच्छी बढ़त मिली थी। ऐसे में भाजपा और भगत का गढ़ 2024 में भी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर राज्य गठन के बाद हुए दो आम चुनाव में कांग्रेस का कब्जा था।
केसी सिंह बाबा 2004 व 2009 में यहां से जीते थे, मगर 2014 में भगत सिंह कोश्यारी ने बाबा को हरा दिया। 2019 के चुनाव में भाजपा के अजय भट्ट कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व सीएम हरीश रावत को तीन लाख से अधिक के अंतर से मात दी। इसके बाद भट्ट को केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री का जिम्मा भी मिला।
भाजपा ने भट्ट पर इस बार दोबारा विश्वास जताया है, जबकि कांग्रेस अभी प्रत्याशी की तलाश में है। नैनीताल जिले में इस लोकसभा सीट के 675876 मतदाता हैं। हल्द्वानी, कालाढूंगी, नैनीताल, भीमताल और लालकुआं में से हल्द्वानी को छोड़ सभी जगह भाजपा के विधायक हैं।
विधानसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या
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लालकुआं 125668
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भीमताल 103134
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नैनीताल 110343
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हल्द्वानी 155610
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कालाढूंगी 181121
पांच सीटों पर युवा वोटरों की स्थिति
100 से 120 साल के बीच 59 वोटर
इन पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 100 से 120 आयु के बुजुर्ग मतदाताओं का आंकड़ा अलग से जोड़ा गया है। इनकी संख्या 59 हैं। भीमताल व हल्द्वानी में तीन वोटर 120 से अधिक आयु के हैं।
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