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बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित करने की मांग को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

सोमवार को समाजसेवी रज्जी बिष्ट के नेतृत्व में दर्जनों जागरूक ग्रामीण युवाओं ने स्थानीय तहसील में पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कहा कि लंबे समय से बिंदुखत्ता के लोग राजस्व गांव की मांग कर रहे हैं। कहा क‍ि क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी ठोस कार्य नहीं किए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 21 Dec 2020 04:28 PM (IST)
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बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित करने की मांग को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

लालकुआं, संवाद सहयोगी : बिंदुखत्ता क्षेत्र के जागरूक युवाओं ने बिंदुखत्ता को अभिलंब राजस्व गांव बनाने की मांग को लेकर स्थानीय तहसील में प्रदर्शन करने के बाद उत्तराखंड के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। सोमवार को समाजसेवी रज्जी बिष्ट के नेतृत्व में दर्जनों जागरूक ग्रामीण युवाओं ने स्थानीय तहसील में पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कहा कि लंबे समय से बिंदुखत्ता के लोग राजस्व गांव की मांग कर रहे हैं। परंतु अब तक डबल इंजन की इस सरकार द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी ठोस कार्य नहीं किए हैं। जिसके चलते ग्रामीण स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।

इस दौरान उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को प्रेषित ज्ञापन की प्रति तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो मोहित बोरा को सौंपते हुए कहा गया कि खत्ता क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं और वहां के लोगों की भावनाओं को ध्यान रखते हुए अविलंब बिंदुखत्ता क्षेत्र को राजस्व गांव का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य एवं केंद्र में भाजपा की सरकार है। ऐसे में यदि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि प्रयास करें तो अभिलंब बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा प्रदान किया जा सकता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि अभिलंब क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो बिंदुखत्तावासी आंदोलनात्मक कार्रवाई के लिए विवश हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस अवसर पर रज्जी बिष्ट, दीपक जोशी, इमरान खान, राहुल मेहता, गोपाल दत्त, बाला दत्त बसवाल, विपिन  परगाई, हिमांशु जोशी, कैलाश पांडे शहीद कई ग्रामीण मौजूद थे।

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