निजी अस्पतालोंं की हड़ताल से जिले में तीन करोड़ का दवा कारोबार प्रभावित
निजी अस्पताल संचालकों की हड़ताल का असर दवा कारोबारियों पर भी पड़ा है। नौ दिन तक चली हड़ताल में नैनीताल जिले में ढाई से तीन करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 24 Feb 2019 10:00 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : निजी अस्पताल संचालकों की हड़ताल का असर दवा कारोबारियों पर भी पड़ा है। नौ दिन तक चली हड़ताल में नैनीताल जिले में ढाई से तीन करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। दवा कारोबारी इसे बड़े नुकसान की तरह देख रहे हैं।
हड़ताल का असर जानने के लिए दैनिक जागरण की टीम ने दवा कारोबार से जुड़े थोक व फुटकर विक्रेताओं से बात की। पड़ताल में सामने आया कि निजी अस्पतालों की बंदी का दवा कारोबार पर बुरा असर पड़ा रहा। निजी अस्पतालों के आस-पास वाले जिन मेडिकल स्टोरों पर दवा खरीदने वालों की भीड़ रहती थी, हड़ताल के दौरान गिने-चुने लोगों ने ही मेडिकल स्टोरों का रुख किया। पहले से इलाज चला रहे मरीजों ने ही दवाएं खरीदी। दवा की बिक्री प्रभावित होने से दवा कारोबार से जुड़े व्यवसायियों की आमदनी पर भी असर पड़ा है।
हड़ताल का असर जानने के लिए दैनिक जागरण की टीम ने दवा कारोबार से जुड़े थोक व फुटकर विक्रेताओं से बात की। पड़ताल में सामने आया कि निजी अस्पतालों की बंदी का दवा कारोबार पर बुरा असर पड़ा रहा। निजी अस्पतालों के आस-पास वाले जिन मेडिकल स्टोरों पर दवा खरीदने वालों की भीड़ रहती थी, हड़ताल के दौरान गिने-चुने लोगों ने ही मेडिकल स्टोरों का रुख किया। पहले से इलाज चला रहे मरीजों ने ही दवाएं खरीदी। दवा की बिक्री प्रभावित होने से दवा कारोबार से जुड़े व्यवसायियों की आमदनी पर भी असर पड़ा है।
हड़ताल का पड़ा है असर
उमेश जोशी, अध्यक्ष, कैमिस्ट एंड ड्रग्स एसोसिएशन हल्द्वानी ने बताया कि निजी अस्पतालों की बंदी से दवा कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। अकेले हल्द्वानी में डेढ़ करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। मरीज सीधे पहुंच रहे यूपी
अब तीमारदार अपने मरीजों को लेकर बिना रिस्क लिए सीधे यूपी के रूहेलखंड और दिल्ली के अस्पतालों में जा रहे हैं। सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों को हालत बेहतर होने पर दूसरे कक्ष में शिफ्ट किया जा रहा है और सीरियस मरीज को तुरंत भर्ती किया जा रहा है।
उमेश जोशी, अध्यक्ष, कैमिस्ट एंड ड्रग्स एसोसिएशन हल्द्वानी ने बताया कि निजी अस्पतालों की बंदी से दवा कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। अकेले हल्द्वानी में डेढ़ करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। मरीज सीधे पहुंच रहे यूपी
अब तीमारदार अपने मरीजों को लेकर बिना रिस्क लिए सीधे यूपी के रूहेलखंड और दिल्ली के अस्पतालों में जा रहे हैं। सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों को हालत बेहतर होने पर दूसरे कक्ष में शिफ्ट किया जा रहा है और सीरियस मरीज को तुरंत भर्ती किया जा रहा है।
ओपीडी घटी मगर भर्ती बढ़ी
एसटीएच की ओपीडी दो दिन पहले 1550 थी, जबकि उसके बाद 1682 हुई और शनिवार को 1450 रह गई। नई भर्ती में इजाफा हुआ है। एक दिन पहले 81 थी। जबकि अब नई भर्ती 90 हो चुकी है। इमरजेंसी में शनिवार को 135 मरीज थे। जिनको अस्पताल में एडजस्ट कराया गया। शनिवार को एसटीएच की स्थिति
एसटीएच की ओपीडी दो दिन पहले 1550 थी, जबकि उसके बाद 1682 हुई और शनिवार को 1450 रह गई। नई भर्ती में इजाफा हुआ है। एक दिन पहले 81 थी। जबकि अब नई भर्ती 90 हो चुकी है। इमरजेंसी में शनिवार को 135 मरीज थे। जिनको अस्पताल में एडजस्ट कराया गया। शनिवार को एसटीएच की स्थिति
ओपीडी 1450
आइपीडी 490
नई भर्ती 90
डिस्चार्ज 133
एमआरआइ 16
सिटी स्कैन 32
एक्सरे 210
गायनी डिलीवरी 16
इमरजेंसी 135
लैब 286 अल्ट्रासाउंड मशीन का कराया टेंडर
सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों की सहूलियत के लिए एक और अल्ट्रासाउंड मशीन का टेंडर कराया गया है। जल्द ही दूसरी मशीन अस्पताल को मुहैया हो जाएगी।यह भी पढ़ें : समाजसेवी कौस्तुभ ने तोड़ा दम, दो युवकों पर गैर इरादतन का मुकदमा दर्ज
यह भी पढ़ें : हाई कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद रसूखदार हर्ष फायरिंग कर ले रहे हैं जान
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नई भर्ती 90
डिस्चार्ज 133
एमआरआइ 16
सिटी स्कैन 32
एक्सरे 210
गायनी डिलीवरी 16
इमरजेंसी 135
लैब 286 अल्ट्रासाउंड मशीन का कराया टेंडर
सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों की सहूलियत के लिए एक और अल्ट्रासाउंड मशीन का टेंडर कराया गया है। जल्द ही दूसरी मशीन अस्पताल को मुहैया हो जाएगी।यह भी पढ़ें : समाजसेवी कौस्तुभ ने तोड़ा दम, दो युवकों पर गैर इरादतन का मुकदमा दर्ज
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