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छात्रवृत्ति घोटाला मामले में हापुड़ की मोनार्ड यूनिवर्सिटी के प्रबंधक और छह दलाल गिरफ्तार nainital news

छात्रवृतित्‍त घोटाला मामले में पुलिस ने मोनार्ड यूनिवर्सिटी के प्रबंधक के साथ ही आईटीआई प्रबंधन संग मिलकर छात्रों के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले पांच दलालों को गिरफ्तार कर लिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 19 Jan 2020 11:47 AM (IST)
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छात्रवृत्ति घोटाला मामले में हापुड़ की मोनार्ड यूनिवर्सिटी के प्रबंधक और छह दलाल गिरफ्तार nainital news
हल्द्वानी, जेएनएन : राज्य के चर्चित दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस को अहम कामयाबी मिली है। पुलिस ने मोनार्ड यूनिवर्सिटी के प्रबंधक के साथ ही आईटीआई प्रबंधन के साथ मिलकर छात्रों के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले पांच दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपितों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।

आरटीआई से उजाकर हुआ था घोटाला

एक आरटीआई में राज्य के छात्रों के फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर समाज कल्याण विभाग से मिलने वाली दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले का मामला उजागर हुआ था। एक जनहित याचिका पर हाईकोर्ट ने सभी जिलों में दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद हर जिले में घटित एसआईटी ने जांच शुरू की। नैनीताल जिले में भी घोटाला उजागर होने पर एसआईटी की ओर से भीमताल थाने में तीन मुकदमे दर्ज कराए गए।

इन आरोपितों को किया गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में वांछित चल रहे मोनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़ के प्रबंधक राकेश सिंह पुत्र रामस्वरूप निवासी लालपुर थाना टांडा बादली, रामपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही दलाल सुरजीत सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी चंद्रनगर, मालधनचोड़, रामनगर, दिनेश चौहान पुत्र श्याम सिंह निवासी 235 पंडित वाड़ी आंशिक, थाना प्रेमनगर, देहरादून( मूल पता ग्राम उभरा, हल्दुखाल, वियासी, थाना धुमाकोट, पौड़ी गढ़वाल), संतराम तोमर पुत्र रती राम तोमर निवासी ग्राम अस्टी, नराता थाना, कालसी, चकराता देहरादून, कल्याण सिंह नेगी पुत्र नंदन राम निवासी डांडा, कोटी, कालसी देहरादून, अनिल जुयाल पुत्र ध्यान चंद्र निवासी खुटिया पल्ला, धुमाकोट, पौड़ी गढ़वाल को भी गिरफ्तार कर लिया है।

सभी आरोपित दलाल की भूमिका में थे

सभी दलाल की भूमिका में थे और सहारनपुर की ओम संतोष आईटीआई और कृष्णा प्राइवेट आईटीआई कमालपुर के प्रबंधकों के साथ मिलकर अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रों के शैक्षिक और जाति प्रमाण पत्र जमा करके उनको आईटीआई प्रबंधन को उपलब्ध कराते थे। आरोपिताें को कोतवाल हल्द्वानी संजय कुमार, एसओजी प्रभारी अबुल कलाम, निरीक्षक सुधीर कुमार, एसएसआई कश्मीर सिंह, कांस्टेबल भगवान सेलाल, बंशीधर जोशी, चंदन सिंह और चालक दिनेश लाल।

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