Uttarakhand: पहाड़ों में मानसून ने दिखाए तेवर, रानीखेत हाईवे पर पुल बहा; कुमाऊं में 92 सड़कें बंद
मानसून के तेवर और लगातार वर्षा के बीच शनिवार को रानीखेत-रामनगर स्टेट हाईवे पर मोहान के पास पनियाली नाला उफान पर आ गया। पानी के वेग ने इस नाले पर बनाए गए पुल को ध्वस्त कर दिया। पुल ब्रिटिशकालीन बताया गया है। पुल के अवशेष पानी के साथ बह गए हैं। इस घटना के बाद हाईवे पर यातायात पूरी तरह ठप हो चुका है।
जागरण टीम, हल्द्वानी। मानसून के तेवर और लगातार वर्षा के बीच शनिवार को रानीखेत-रामनगर स्टेट हाईवे पर मोहान के पास पनियाली नाला उफान पर आ गया। पानी के वेग ने इस नाले पर बनाए गए पुल को ध्वस्त कर दिया। पुल ब्रिटिशकालीन बताया गया है। पुल के अवशेष पानी के साथ बह गए हैं। इस घटना के बाद हाईवे पर यातायात पूरी तरह ठप हो चुका है। यह मार्ग एक लाख से अधिक आबादी को रामनगर व रानीखेत से जोड़ता है। लोनिवि वैकल्पिक तौर पर यहां बैली ब्रिज बनाने पर विचार कर रहा है।
चारधाम यात्रा स्थगित
वहीं, मंडल में दो सीमा मार्गों समेत 92 सड़कों पर मलबा आने से यातायात अवरुद्ध है। पिथौरागढ़ जिले में 23 आदि कैलास यात्रियों को तवाघाट से रेस्क्यू कर सुरक्षित धारचूला लाया गया। वहीं, पूर्णागिरि मार्ग बंद रहने और वर्षा के बीच खतरे को देखते हुए दर्शन के लिए आए दो सौ श्रद्धालुओं को वापस भेज दिया गया। अल्मोड़ा- हल्द्वानी हाईवे पर पत्थर गिरने के कारण रात 9 बजे बाद क्वारब और भीमताल से यातायात डायवर्ट कर दिया गया है। उधर, उत्तराखंड में भारी वर्षा के अलर्ट को देखते हुए रविवार को चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है।
इस दौरान तीर्थ यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की अपील की गई है। गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय के अनुसार रविवार शाम को मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर अगले दिन की यात्रा के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। वहीं, शनिवार को चमोली में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चटवापानी के पास पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर बाइक सवार दो तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हो गई। चारधाम यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने से छह हजार तीर्थयात्री घंटों फंसे रहे।
अल्मोड़ा जिले में आठ सड़कों पर यातायात बाधित
रामनगर-रानीखेत रोड पर मोहान के पास पनियाली नाले पर 27 मीटर पुल बनाया गया था। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता बीएस ह्यांकी के अनुसार यह पुल करीब 80 साल पुराना था। सड़क पर यातायात सुचारु कराने के लिए विभागीय स्तर पर प्रयास तेज किए जाएंगे। फिलहाल वैकल्पिक तौर पर यात्रियों को रानीखेत के लिए चिमटाखाल-भौनखाल-भतराँजखान रूट से दस किमी अतिरिक्त यात्रा कर जाना पड़ेगा। अल्मोड़ा जिले में आठ सड़कों पर यातायात बाधित है।
राँगुती नाले के पास चट्टान दरकी
पिथौरागढ़ में चीन सीमा का चौथे दिन भी संपर्क भंग रहा। राँगुती नाले के पास चट्टान दरकी है। इस जिले में 19 सड़कें बंद हैं। 11 आवासीय मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। काली, गौरी, कुटी, मंदाकिनी नदियां उफान पर हैं। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर नपलच्यू से गुंजी को जोड़ने वाला पुल खतरे की में आ गया है। पुल का अपार्टमेंट हिल चुका है।चंपावत जिले में 28 सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित हुई हैं। पूर्णागिरि मुख्य मंदिर के पास चट्टान खिसकने से बंद अवरुद्ध मार्ग दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। शारदा का जलस्तर 1.21 लाख क्यूसेक पहुंचने पर रेड अलर्ट घोषित करते हुए भारत-नेपाल के बीच चौपहिया वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। घाट-टनकपुर एनएच पर तीन बार बंद हुआ। बागेश्वर में 15 सड़कें बंद हैं। सात लोगों के घरों पर को नुकसान पहुंचा है। हिमालयी गांवों में बिजली, पानी, सड़क व संचार की समस्या बनीं है। नैनीताल जिले में 22 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है।
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