एरियर की उम्मीद में दुनिया से विदा हो गए 119 सेवानिवत्त कर्मचारी nainital news
राज्य के सबसे पुराने स्थानीय निकायों में शुमार नगर पालिका नैनीताल का हाल बेहाल है। पालिका के वित्तीय संकट का खामियाजा सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 15 Mar 2020 10:00 AM (IST)
नैनीताल, जेएनएन : राज्य के सबसे पुराने स्थानीय निकायों में शुमार नगर पालिका नैनीताल का हाल बेहाल है। पालिका के वित्तीय संकट का खामियाजा सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है पिछले 33 वर्ष की अवधि में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ग्रेज्युटी और एरियर का भुगतान नहीं हुआ है। इसमें से 119 सेवानिवृत्त कर्मचारी दुनिया से विदा हो गए, अब उनके परिजन एरियर के लिए पालिका के चक्कर काट रहे हैं।
पालिका को सालाना ग्रांट के रूप में 14 करोड़ 60 लाख प्राप्त होते है। भवन कर, सफाई कर और अन्य स्रोतों से सात-आठ करोड़ की आमदनी होती है। वहीं सेवानिवृत्त और कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में करीब 18 करोड़ सालाना खर्च आता है। शासन से मिलने वाली ग्रांट और बोर्ड फंड से होने वाली आय खर्चो के लिए नाकाफी साबित हो रही है। इस वजह से सालों पहले सेवानिवृत्त व सेवारत कर्मचारियों को एरियर और ग्रेज्युटी का भुगतान नहीं हुआ है। कुल 224 सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पालिका पर पांच करोड़ 85 लाख से अधिक की देनदारी है।
शासन से मांगा बजट, नतीजा सिफर
एरियर और ग्रेच्युटी के लिए पर्याप्त बजट को लेकर शासन से अलग से बजट की मांग की गई। लेकिन नतीजा सिफर रहा। पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी ने बताया कि शासन से सात करोड़ बजट की मांग की गई है। मार्च अंत तक शासन से कुछ बजट मिलने की उम्मीद है।कर्मचारी लेंगे कोर्ट की शरण
देयकों का भुगतान न होने से सेवारत व रिटायर कर्मचारी व परिजनों में आक्रोश है। उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के शाखा सचिव सोनू सहदेव के अनुसार यदि जल्द देयकों का भुगतान नहीं हुआ तो न्यायालय की शरण ली जाएगी।
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