Girls Safety: उत्तराखंड में अब मनचले नहीं कर पाएंगे बेटियों को परेशान, पुलिस सहित छह विभागों ने कसी कमर
Girls Safety नैनीताल जिला प्रशासन ने बेटियों की सुरक्षा के लिए एक महीने तक विद्यालयों में संवाद कार्यक्रम आयोजित किए। छात्राओं की समस्याओं को जानने के बाद प्रशासन ने छह विभागों के लिए 20 बिंदुओं की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। पुलिस से लेकर शिक्षा विभाग तक के लिए सुझाव दिए गए हैं ताकि बेटियों की सुरक्षा करने के साथ मनचलों को भी सबक सिखाया जा सके।
20 बिंदुओं की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी
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स्कूलों की छुट्टी के समय बच्चियों को जबरन आटो में बैठाने वाले चालकों पर नकेल कसें -
आटो चालक व ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन करना होगा -
बाईक दौड़ाकर व बेटियों को छेड़ने वालों के विरुद्ध कार्रवाई हो -
आटो स्टेंड में अराजक तत्वों नजर रखें और गश्त बढ़ाएं -
स्कूल के आसपास के पार्कों का निरीक्षण किया जाए -
स्कूल के पास सुनसान रास्तों में झुंड बनाकर खड़े होने वालों से पूछताछ -
निर्माणाधीन भवनों के श्रमिकों का सत्यापन किया जाए -
ठेलों पर बिक रही शराब के विरूद्ध अभियान चलाया जाए -
बच्चों का कानून की जानकारी दी जाए
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आटो में चालकों का आइडी कार्ड अनिवार्य रूप से बनवाया जाए -
आटो में चालक सीट के पीछे चालक की पूरी जानकारी लिखवाई जाए -
डिटेल रजिस्ट्रेशन नंगर, पुलिस हेल्पलाइन नंबर लिखे जाएं -
आटो में सवारी की संख्या निर्धारित की जाए
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स्कूलों में विभिन्न स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर चस्पा किए जाएं -
सेल्फ डिफेंस की कार्यशाला करवा कर छात्राओं का प्रशिक्षण दिया जाए
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नगरीय क्षेत्र में अंधेरी गलियों में स्ट्रीट लाइटों की उचित व्यवस्था की जाए
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ग्रामीण क्षेत्र में अंधेरे रास्तों पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करवाई जाए
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स्कूलों में बालकों को पाक्सो एक्ट की जानकारी दी जाए