नैनीताल के सुंदरखाल गांव की वास्तविक जनसंख्या और परिवारों की स्थिति जानने के लिए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने वन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों को घर-घर सर्वे शुरू करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने शनिवार को सुंदरखाल गांव का निरीक्षण किया और ग्रामीणों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सुंदरखाल का मामला उच्चतम न्यायालय में है और निर्णय आने पर ही बाद में कार्रवाई होगी।
जागरण संवाददाता, रामनगर।
डीएम वंदना सिंह ने वन ग्राम सुंदरखाल समेत नगर में निर्माणाधीन गोशाला, पुरानी तहसील स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा रात में बाजार क्षेत्र में व्यापारियों व मोहल्ला बंबाघेर में लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
शनिवार दोपहर को पहुंचीं डीएम ने लोनिवि विश्राम गृह में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बरसात के बाद सड़क जो क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनकी मरम्मत की जाए। इसके बाद सुंदरखाल गांव का निरीक्षण कर ग्रामीणों के साथ बैठक की।
डीएम ने नीति निर्धारण के लिए गांव की वास्तविक जनसंख्या व परिवारों की स्थिति जानने को वन विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों से घर-घर सर्वे शुरू करने के निर्देश दिए। कहा कि सुंदरखाल का मामला उच्चतम न्यायालय में है। निर्णय आने पर ही बाद में कार्रवाई होगी। शाम को डीएम ने पूछड़ी में 1.46 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन गोशाला व भूसा स्टोर का निरीक्षण करते कार्य में देरी पर नाराजगी भी जताई।
शिवलालपुर रियूनिया सड़क की शिकायत पर गुणवता की जांच के लिए अधिकारियों को सैंपल लेने को कहा। इसके बाद रात नौ बजे तक डीएम ने बाजार क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यापारियों की समस्या सुनकर संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। डीएम ने लखनपुर से कोसी बैराज तक मार्ग खोलने की बात कहते हुए
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी महेंद्र यादव को फुटपाथ चिह्नित करते हुए उनमें बैरिकेडिंग लगाने को कहा। साथ ही अतिक्रमण रोकने को बाजार क्षेत्र में वेंडिंग जोन निर्धारित करने को कहा। अतिक्रमण क्षेत्रों के सर्वे की बात भी कही। इस दौरान एसडीएम राहुल शाह, एआरटीओ संदीप वर्मा, तहसीलदार कुलदीप पांडेय, डीएफओ दिगंथ नायक, लोनिवि के ईई रवींद्र कुमार, मदन जोशी मौजूद रहे।
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