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30 जून से 3 माह के लिए बंद हो जाएगी नैनीताल की 10 पैराग्लाइडिंग साइट, सितंबर में फिर से शुरू होगा संचालन...!

नैनीताल जनपद की 10 पैराग्लाइडिंग साइट 30 जून की शाम से अगले तीन माह के लिए उड़ान भरना बंद कर देगी। पैराग्लाइडिंग का संचालन सितंबर से होना संभावित है। साइट संचालकों को 30 सितंबर तक एक बार फिर से वार्षिक शुल्क व अन्य औपचारिकताएं पूरी करनी होगी। उसके बाद फिर यहां पैराग्लाइडिंग साइट उड़ान भर सकेंगे। 30 जून की शाम तक उड़ान भरने की अनुमति शासन से मिली हुई है।

By rakesh sanwalEdited By: riya.pandeyUpdated: Fri, 30 Jun 2023 12:04 AM (IST)
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30 जून की शाम से 3 माह के लिए बंद हो जाएंगी नैनीताल जनपद की 10 पैराग्लाइडिंग साइट

संवाद सूत्र, भीमताल: नैनीताल जनपद की 10 पैराग्लाइडिंग साइट 30 जून की शाम से अगले तीन माह के लिए उड़ान भरना बंद कर देगी। पैराग्लाइडिंग का संचालन सितंबर से होना संभावित है। साइट संचालकों को 30 सितंबर तक एक बार फिर से वार्षिक शुल्क व अन्य औपचारिकताएं पूरी करनी होगी। उसके बाद फिर यहां पैराग्लाइडिंग साइट उड़ान भर सकेंगे।

आदेश के तहत 30 सितंबर तक वार्षिक शुल्क के साथ पांडे गांव में संचालित नौ और एक कोटाबाग ब्लॉक में पैराग्लाइडिंग साइड को अपने उपकरण की जांच करानी होगी और अन्य औपचारिकताएं पूरी करनी होगी।

प्रभारी पर्यटन विकास अधिकारी बलवंत सिंह कपकोटी ने बताया कि 30 जून की शाम तक उड़ान भरने की अनुमति शासन से मिली हुई है। उसके बाद सितंबर में दोबारा उड़ान शुरू होगी।  

कुमाऊं मंडल विकास निगम ने वर्ष 1999 में कुमाऊं में की थी पैराग्लाइडिंग की शुरुआत

कुमाऊं में पैराग्लाइडिंग की शुरुआत 1999 में कुमाऊं मंडल विकास निगम ने की थी। तत्कालीन प्रबंध निदेशक उमेश सिन्हा की पहल पर केएमवीएन नैनीताल के सूखा ताल से गर्म हवा के गुब्बारे की शुरुआत की। शुरू में इसे सराहा तो गया लेकिन बाद में कुछ कारणों के चलते यह पहल परवान नहीं चढ़ सकी।

पैराग्लाइडिंग से मिल रही है भीमताल को पहचान

इसी साल केएमबीएन ने भीमताल में भी पैराग्लाइडिंग की शुरुआत की। उस समय हिमांचल स्नोलैंड हालीडे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से अनुबंध किया गया। इसी के तहत नैनीताल के चाइना पीक से भी उड़ान भरी गई। सर्वे के तहत भीमताल और नौकुचियाताल के अलावा द्वाराहाट समेत अन्य जगह की पहाड़ी उपयुक्त पाई गई। तब से ही भीमताल में पैराग्लाइडिंग आयोजित हो रही है।

शुरुआत में हिमाचल प्रदेश से आते थे पायलट

वर्तमान में नौ पैराग्लाइडिंग साइट संचालित है। एक पैराग्लाइडिंग साइट कोटाबाग में है। पहले सभी पायलट हिमाचल प्रदेश से आते थे। वर्तमान में स्थानीय युवकों ने पैराग्लाइडिंग संचालन का प्रशिक्षण ले लिया है और वह भी उड़ान भर रहे हैं।

भीमताल में वर्तमान में 800 युवक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पैराग्लाइडिंग से जुड़ कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। स्थानीय युवकों ने एक बार फिर से जिला प्रशासन से पैराग्लाइडिंग साइटों की संख्या बढ़ाने की अनुमति देने की मांग की है। इन युवकों ने बताया कि वर्तमान में भी कई साइट ऐसी हैं जहां से पैराग्लाइडिंग संचालित हो सकती हैं। इन पैराग्लाइडिंग साइटों में अगर उड़ान की अनुमति मिलती है तो कई अन्य पैराग्लाइडिंग साइट भी अस्तित्व में आ जाएंगी।