Rare Flora of Uttarakhand : उत्तराखंड की इन 16 दुर्लभ वनस्पतियों को बचाने की जरूरत
Rare Flora of Uttarakhand रामपुर रोड स्थित वन अनुसंधान मुख्यालय के परिसर में बने बायो डायवर्सिटी पार्क के अंदर लगा एक बोर्ड राज्य की संकटग्रस्त वनस्पतियों को लेकर पूरी जानकारी दे रहा है। इन वनस्पतियों का लोकल नाम विज्ञानी नाम और फोटो भी दी गई है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 30 Mar 2021 09:08 AM (IST)
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Rare Flora of Uttarakhand : रामपुर रोड स्थित वन अनुसंधान मुख्यालय के परिसर में बने बायो डायवर्सिटी पार्क के अंदर लगा एक बोर्ड राज्य की संकटग्रस्त वनस्पतियों को लेकर पूरी जानकारी दे रहा है। राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा तय की गई इन वनस्पतियों का लोकल नाम, विज्ञानी नाम और फोटो भी दी गई है। ताकि यहां आने वाले लोग और शोध के छात्र सामने दिखने पर इन्हें पहचान सके। क्योंकि, दुर्लभ वनस्पतियों का संरक्षण बगैर जन सहयोग के संभव नहीं है। वहीं, वन अनुसंधान की टीम भी इनके संरक्षण में जुटी है।
राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा तय की गई वनस्पतियां संकटग्रस्त स्थिति में होने के साथ ही औषधियों गुणों को लेकर भी जानी जाती है। इनके विलुप्ति की कगार पर पहुंचने की दो बड़ी वजहे हैं। पहला कुछ लोगों द्वारा अंधाधुंध दोहन दूसरा लोगों को इनके बारे में ज्यादा जानकारी का न होना है। इसलिए मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी ने लोगों को जागरूक करने के लिए बोर्ड लगातार इन 16 प्रजाति की वनस्पतियों के बारे मेंं पूरी जानकारी चस्पा कर रखी है। जिसमें अधिकांश प्रजातियां उच्च हिमालयी क्षेत्र में पाई जाती है। सरंक्षण को लेकर उच्च भौगोलिक वातावरण की जरूरत होने के कारण भी इन्हें बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
इन प्रजातियों को किया सूची में शामिल
रेड क्रैन आर्किड, बटरफ्लाई आर्किड, स्नो आर्किड, ट्री फर्न, थली, गैंती, पवा, टकील पॉम, मीठा विष, अतीस, दूध अतीस, मूंछ, त्रायमाण, जटामांसी, वनपलास, अल्पलाइन बटरवॉर्ट।Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें
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