Coronavirus: भारत में फंसे 1338 नागरिकों को अपने वतन ले जाने की तैयारी में नेपाल
भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को अपने देश लाने के लिए नेपाल प्रशासन ने बैठक की।
By Edited By: Updated: Sat, 18 Apr 2020 08:14 AM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को अपने देश लाने के लिए नेपाल प्रशासन कवायद कर रहा है। नेपाल के बैतड़ी जिला मुख्यालय में संकट व्यवस्थापन समिति की बैठक में भारत के धारचूला और झूलाघाट में फंसे 1338 नेपाली नागरिकों को देश लाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए काठमांडू से आने वाले निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। इस समय पिथौरागढ़ जिले में कुल 1338 नेपाली नागरिक हैं। जिसमें धारचूला, बलुवाकोट, बरम और पिथौरागढ़ में 1087 और झूलाघाट, तालेश्वर में 251 नेपाली नागरिक शेल्टर होम में रह रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों के साथ नेपाल प्रशासन की बैठकपिथौरागढ़ से लगे नेपाल के बैतड़ी जिला मुख्यालय में सीडीओ आनंद पौडेल के साथ जिले के चार नगरपालिका और छह गांवपालिका के चुने हुए प्रतिनिधि, जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, नेपाल पुलिस के अधिकारी, नेपाल सेना और नेपाल सशस्त्र बल के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में नेपाली नागरिकों को भारत से नेपाल लाए जाने के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को अपने देश में लाने का प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है।
नेपाल उच्च न्यायालय ने दिया है आदेशबता दें कि भारत में सीमा पर फंसे नेपाली नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए लगभग एक सप्ताह पूर्व अधिवक्ताओं द्वारा उच्च न्यायालय काठमांडू में अपील की गई थी। उच्च न्यायालय ने नेपाल सरकार को फंसे नागरिकों को देश लाने, क्वारंटाइन में रह रहे नागरिकों की व्यवस्था डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार कराने का आदेश दिया था। न्यायालय के इस आदेश के बाद अपने नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए स्थानीय प्रशासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है। बस अब काठमांडू से सरकार के आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है। सूत्रों की मानें तो दो से तीन दिन के भीतर नेपाल अपने नागरिकों को स्वदेश ले जा सकता है।
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