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coronavirus : नेपाल ने भारतीय वाहनों पर लगाया प्रतिबंध, व्‍यापार और आवागमन फिलहाल जारी

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पड़ोसी देश नेपाल ने भी बड़ी कार्यवाही करते हुए सीमा पर नेपाल में भारतीय वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 20 Mar 2020 06:08 PM (IST)
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coronavirus : नेपाल ने भारतीय वाहनों पर लगाया प्रतिबंध, व्‍यापार और आवागमन फिलहाल जारी
बनबसा, जेएनएन : कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पड़ोसी देश नेपाल ने भी बड़ी कार्यवाही करते हुए सीमा पर नेपाल में भारतीय वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि दोनों देशों के  बीच आवाजाही और व्यापार नियमित रूप से जारी रहेगा। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए क्षेत्र वासियों ने कुछ समय के लिए दोनों देशों के नागरिकों के आवागमन पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। लेकिन इस पर अभी तक कोई अमल नहीं हुआ है। बता दें कि भारत और नेपाल में रोटी-बेटी का रिश्‍ता है।

सैकडों वाहन आते जाते हैं बॉर्डर पार 

गौरतलब है कि भारत से नेपाल के लिए प्रतिदिन सवारियां लेकर मैजिक, टुकटुक और तांगा आते जाते हैं। ऐसे वाहनों की तादाद करीब डेढ़ सौ है। शुक्रवार को ऐसे वाहनों के प्रवेश का रोक दिया गया। इन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिलर नंबर तक जाने दिया जा रहा है। इन वाहनों के अलावा व्यापार और पर्यटन के लिए भी तमाम वाहन प्रतिदिन नेपाल जाते थे। शारदा बैराज चौकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट ने सीमा से नेपाल में भारतीय वाहनों के प्रवेश पर रोक की पुष्टि की। उन्होंने  बताया कि भारतीय वाहनों  के प्रवेश पर कब तक रोक रहेगी इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। दोनों देशों के अधिकारियों की मीटिंग के बाद ही भारतीय वाहनों के नेपाल में प्रवेश पर लगी रोक के बारे में कोई निर्णय हो पाएगा।

मैत्री बसों का संचालन पहले ही रोका 

नेपाल ने एहतियातन भारत के लिए चलने वाली आठ मैत्री बसों का संचालन पहले ही बंद कर दिया है। भारत भी चार मैत्री बसों का संचालन बंद कर चुका है। काेरोना के खतरे को देखते हुए भारत-नेपाल बार्डर पर स्थित बनबसा को काफी संवेदनशील माना जा रहा है। बसों का संचालन बंद करने को लेकर नेपाली प्रशासन का मानना है कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों बढ़ने की रिपोर्ट आ रही है, इसलिए एहतियातन यह कदम उठाया गया है।

नेपाल सीमा पर स्क्रीनिंग, अभी सब ठीक

कोरोना वायरस को लेकर नेपाल सीमा पर चिकित्सा शिविर में लोगों के स्वास्थ्य की जांच और स्क्रीनिंग जारी है। नेपाल से आने वालों की काउंसलिंग की जा रही है। पिथौरागढ जिले में भारत-नेपाल सीमा पर सात स्थानों पर वैध आवाजाही होती है। झूलाघाट, डौड़ा, जौलजीवी, बलुवाकोट , धारचूला, एलागाड़ और सीता पुल हैं। सीता पुल उच्‍च हिमालय में है। उच्‍च हिमालय में बर्फ होने के कारण इस समय पुल से किसी तरह की आवाजाही नहीं हो रही है। झूलाघाट और धारचूला पुल सबसे अधिक व्यस्ततम पुल हैं। बलुवाकोट और जौलजीवी पुलों पर आवाजाही सामान्य रहती है। इन सात पुलों में झूलाघाट पुल पर सबसे अधिक आवाजाही होती है।

भारत-नेपाल सीमा पर लगाए गए हैं शिविर 

भारत में विगत 29 जनवरी से पुलों पर चिकित्सा विभाग के शिविर लगे हैं। इन शिविर में नेपाल से आने वाले लोगों की जांच होती है और काउंसलिंग की जाती है। शिविर में 29 जनवरी से 15 मार्च के बीच  24 सौ लोगों की स्क्रीनिंग के अलावा काउंसलिंग की जा चुकी है। शिविर में तैनात चिकित्सा कर्मियों के अनुसार अभी तक कोई भी संदिग्ध नहीं मिला है। बीते दिनों झूलाघाट पुल पर जांच के लिए अल्मोड़ा जिले से दो चिकित्सकों को तैनात किया गया था। एक पखवाड़ेे पूर्व दोनो चिकित्सक लौट चुके हैं। वर्तमान में स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मी तैनात हैं। शिविर में तैनात पीएचसी के सुरेंद्र चौहान और राकेश गिरी ने बताया कि अभी तक कोई भी संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया है।  इन  मार्गो का नेपाल छोड़ कर अन्य विदेशी प्रयोग नहीं के बराबर करते हैं।

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