India Lockdown : उत्तराखंड में फंसे नेपाली नागरिकों को भेजने के लिए खोले गए तीन पुल
लॉकडाउन के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा सील होने से भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को वापस भेजने के लिए गृह मंत्रालय की गाइडलाइन जारी हो गई है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : लाकडाउन के चलते विगत एक माह से अधिक समय से भारत में फंसे नेपाली नागरिक अपने देश रवाना। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ व चंपावत जिले के तीन अंतरराष्ट्रीय झूला पुलों झूलाघाट, बलुवाकोट और धारचूला को नेपाली नागरिकों के लिए खोला गया। दोनों देशों के सुरक्षा बल सावधानी पर नजर रखे हैं। एक बार में एक ही व्यक्ति को पुल से जाने दिया जा रहा है। सभी नेपाली नागरिकों के नेपाल जाने में तीन से चार घंटे तक का समय लग सकता है। बरम, पिथौरागढ़, निगालपानी, गौरीहाट, तालेश्वर से नेपालियों को झूलाघाट, बलुवाकोट और धारचूला पहुंचा दिया गया है। इस मुश्किल वक्त में देश लौटने को लेकर नेपाली नागरिक खुश हैं। नेपालियों ने भारत के राहत केन्द्रों में मिली सुविधाओं की सराहना की है। बता दें कि नेपाली नागरिकों की वतन वापसी को लेकर गृह मंत्रालय ने बुधवार को गाइडलाइन जारी कर दी थी। पिथाैरागढ़ के डीएम डॉ. वीके जोगदंडे ने बताया कि होम मिनिस्ट्री की गाइडलाइन जारी होने के बाद तैयारियां कर ली गई थीं।
बताया जा रहा है कि नेपाल के दार्चुला जिले के नागरिकों को धारचूला पुल से और बैतड़ी, बजांग के निवासियों को बलुवाकोट झूला पुल से भेजा जाएगा। इसी तरह पिथौरागढ़ के राहत केंद्र में रह रहे दार्चुला के नेपाली नागरिकों को धारचूला और बैतड़ी , बजांग के नागरिकों को झूलाघाट ले जाया जाएगा।नेपाल के बैतड़ी प्रशासन के अनुसार गुरु वार सुबह सात बजे अंतरराष्ट्रीय झूला पुल नेपाली नागरिकोंं के लिए खोला जाएगा। इसी तरह बलुवाकोट और धारचूला के पुल भी खुलेंगे। डॉ. वीके जोगदंडे , जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने बताया कि गृह मंत्रालय से नेपाली नागरिकों को वापस भेजने की गाइडलाइन मिल गई है। उसी के अनुसार तैयारी की जा रही है।
प्रशासन कर रहा है नेपाली नागरिकों के खाने पीन का प्रबंध
नेपाली नागरिकों की दूतावास कर रहा मदद
नदी और जंगल से नेपाल भागने की कोशिश
लॉकडाउन के कारण पिथाैरागढ़ में झूला पुल बंद होने से फंसे नेपाली मजदूरों द्वारा नदी और जंगल पार कर घुसने की कोशिश करने की खबरें सामने आती रहीं। पिछले दिनों नौ मजदूर पुलिस को चकमा देकर काली नदी पारकर नेपाल जाने में सफल रहे। सभी को नेपाल में क्वारंटीन कर दिया गया है। वहीं कुछ लोगों ने ट्यूब के सहारे नदी पार करने की भी कोशिश की। इस दौरान बहुत सारे लोग भागने में सफल रहे तो बहुत से पकड़े भी गए। नेपाली नागरिकों को भागने में मदद करने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया।सतपाल महाराज भी लगा चुके हैं गुहार
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी नेपाली नागरिकों को भेजने के लिए केन्द्र सरकार से गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने पिथौरागढ़ और चंपावत में लॉकडाउन के कारण फंसे नेपाल के करीब 1500 लोगों को उनके देश भेजने की कोशिश की। लेकिन नेपाल सरकार द्वारा उनके ही देश में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसे में इन लोगों के सामने अब भुखमरी का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री को अनुरोध किया गया कि इन सभी लोगों को लॉकडाऊन खुलने या इससे पूर्व ही नेपाल भेजे जाने की व्यवस्था की जाए अन्यथा इस क्षेत्र में अराजकता के साथ-साथ संक्रमण बढ़ने का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है।यह भी पढें
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