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coronavirus : नए कैदी 15 दिन तक आइसोलेशन बैरक में रहेंगे, जेल जाने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण

कोरोना से बचाव को लेकर उपकारागार महकमा भी सतर्क है। फैसला लिया गया है कि अब नए कैदियों जेल की सामान्य बैरक में सीधे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 19 Mar 2020 08:48 AM (IST)
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coronavirus : नए कैदी 15 दिन तक आइसोलेशन बैरक में रहेंगे, जेल जाने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना से बचाव को लेकर उपकारागार महकमा भी सतर्क है। फैसला लिया गया है कि अब नए कैदियों जेल की सामान्य बैरक में सीधे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अस्पताल में इनकी जांच कराई जाएगी और उसमें फिट मिलने पर ही इन्हें जेल में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद भी 15 दिन तक कैदी को आइसोलेशन बैरक में रखा जाएगा। इस अवधि के दौरान अगर उसमें किसी तरह की बीमारी के लक्षण नहीं मिले तो ही सामान्य बैरक में प्रवेश दिया जाएगा।

कारागार महकमे के महानिरीक्षक डॉ. पीवीके प्रसाद ने सभी कारागारों को इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनीताल मनोज आर्य ने बताया कि किसी भी कैदी को जेल के हास्पिटल या आइसोलेशन वार्ड में खांसी-जुकाम, बुखार, बलगम, कमजोरी, गले में खरास व बदन दर्द की शिकायत होने पर उसे तत्काल बाहरी अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। ऐसी शिकायत होने पर कर्मचारियों से ड्यूटी भ  नहीं ली जाएगी। पूरी तरह स्वस्थ होने पर उनसे डयूटी करायी जाएगी। 

पांच मीटर दूरी से होगी कैदियों की मुलाकात

वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि सिद्धदोष कैदियों की माह में दो बार व विचाराधीन बंदियों की सप्ताह में एक बार मुलाकात कराई जाएगी। कैदी व मुलाकाती के बीच दूरी कम से कम पांच मीटर रहेगी। बीमार मुलाकाती की कैदी से मुलाकात नहीं होगी। मुलाकाती सेब, केला, पैकेट बिस्कुट, चश्मा, दवाएं व जरूरी वस्तुएं ही कैदी को देंगे। फल व बिस्कुट को कैदियों को देने से पहले पानी से धोया जाएगा। हर कैदी को 50 या 75 ग्राम के डिटोल या सेवलॉन साबुन दिया जाएगा।

जेल कर्मियों के सामूहिक कार्यक्रम में जाने पर रोक

वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि 30 जून तक जेल कार्मिकों के सामाजिक समारोह जैसे, शादी, पार्टी व भीड़भाड़ वाले आयोजनों ने जाने पर मुख्यालय ने रोक लगा दी है। जेल में भी सामूहिक कार्यक्रम रोक दिए गए हैं। पेशी से वापस आने पर कैदियों को डिटोल साबुन से नहलाया जाएगा। 60 वर्ष से अधिक उम्र के बीमार कैदियों को सुरक्षित वार्ड में रखा जाएगा।

पहले दिन 10 कैदियों को दोबारा जांच के लिए भेजा

वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदी को जेल में प्रवेश से पहले डायबिटीज, हाइपरटेंशन, खांसी-जुकाम, बुखार, बलगम, कमजोरी, गला दर्द, बदन दर्द की जांच होनी जरूरी है। इन बीमारियों की चिकित्सकीय पुष्टि होने पर ही जेल में प्रवेश दिया जाएगा। बुधवार को 10 कैदी जेल पहुंचे थे, इन्हें मुख्यालय से मिले सभी बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट मिलने पर ही प्रवेश देने का बात कहकर वापस अस्पताल भेजा गया। हालांकि रिपोर्ट सही मिलने पर कैदियों को प्रवेश दे दिया गया है।

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