Uttarakhand Lockdown : चावल, आटे के कट्टे पर नहीं दर्ज था एमआरपी, टैग, सात दुकानदारों को नोटिस
खाद्य वस्तुओं को अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर बेचने की लगातार शिकायत आने के बाद सोमवार को बाट माप विभाग के अधिकारियों ने हल्द्वानी गल्ला मंडी का औचक निरीक्षण किया।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 20 Apr 2020 02:11 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : लॉकडाउन में कालाबाजारी करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। खाद्य वस्तुओं को अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर बेचने की लगातार शिकायत आने के बाद सोमवार को बाट माप विभाग के अधिकारियों ने हल्द्वानी गल्ला मंडी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आटा, चावल को बिना किसी लेवलिंग के और बिना एमआरपी के बेचते हुए पाया गया।
खाद्य वस्तुओं में न तो उनका वजन लिखा गया था और नहीं टैग था। इस पर कस्टमर केयर नंबर भी दर्ज नहीं था। बाट माप विभाग के अधिकारियों ने 10 सैंपल लिए। जिसमें सात दुकानों में खामियां मिली। बाट माप विभाग की वरिष्ठ निरीक्षक शांति भंडारी ने बताया कि गल्ला विक्रेता बिना किसी एमआरपी के सामग्री बेचते पाए गए हैं 8 लोगों को नोटिस दिया गया है उन्होंने बताया कि डीलर के साथ कंपनी को भी नोटिस दिया जा रहा है मानकों के अनुसार इस तरह की खामी पर कंपनी को 50 हजार, जबकि डीलर पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
व्यापारी की दुकान में सरकारी राशन बरामद
पिथौरागढ़ : व्यापारी की दुकान में सरकारी राशन बरामद। नगर के महात्मा गांधी मार्ग स्थित परमानंद अग्रवाल की दुकान में सस्ता गल्ला दुकान में आने वाला चार क्विंटल सरकारी चावल मिला है। दुकान में सरकारी राशन मिलने की सूचना पर एलआईयू ने छापा मारा और चावल बरामद किया। व्यापारी के अनुसार चावल नगर की माधवानंद की सस्ते गल्ले की दुकान से बेचा गया था। पुलिस मौके पर पहुँच चुकी है। दोनों दुकानदारो के खिलाफ कार्यवाही में जुटी है। छापे के दौरान दुकान से चावल के खाली 12 कट्टे भी मिले है। पुलिस के अनुसार चार सौ रुपया का एक कट्टा 1200 रुपए प्रति कट्टा बेचा गया है।
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