कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भूस्खलन, अब वायु सेना के हेलीकॉप्टर से जाएंगे यात्री
पिथौरागढ़ में उच्च हिमालयी क्षेत्र में कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हो गया। इससे अब यात्रा वायु सेना के एमआई हेलीकॉप्टर से होगी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 18 Jun 2018 05:31 PM (IST)
नैनीताल, [जेएनएन]: पिथौरागढ़ में उच्च हिमालयी क्षेत्र में कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की वजह से अब यात्रा वायु सेना के एमआई हेलीकॉप्टर से होगी। अल्मोड़ा पहुंचे दूसरे दल के शामिल 57 यात्रियों को आज सुबह धारचूला नहीं, बल्कि पिथौरागढ़ भेजा गया है।
अब यात्री हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ से गूंजी जाएंगे। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन की सलाह के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा यह निर्णय लिया गया है। केएमवीएन के एमडी धीराज गर्ब्याल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मौसम को देखते हुए यात्रा पड़ावों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त खाद्यान्न सामग्री भेजी गई है। हेलीकॉप्टर से यात्रा के बाद यात्रियों को 33 किमी पैदल नहीं चलना पड़ेगा। अब यात्री बूंदी नहीं जाएंगे। गूंजी के बाद नाभी, सेवलापानी, नाभीढांग से लिपुपास फिर तिब्बत में प्रवेश करेंगे। एमडी के अनुसार पहले दल ने कल गूंजी में होम स्टे किया और यात्री जनजाति की संस्कृति, लोककला से रूबरू हुए।पहले दल का नावी में होम स्टे, दूसरा काठगोदाम से रवाना
कैलास मानसरोवर यात्रा के पहले 59 सदस्यीय दल ने पहली बार पिथौरागढ़ में उच्च हिमालय के नावी गांव में होम स्टे का आनंद लिया। दल दिन में उच्च हिमालयी रोंगकोंग गांव का भ्रमण करने के बाद नावी गांव पहुंचा है। दल शनिवार की रात होम स्टे में प्रवास करेगा। वहीं 57 सदस्यों वाला दूसरा कैलास यात्रियों का दल शनिवार सुबह दिल्ली से काठगोदाम पहुंचा। यहां से कुमाऊं मंडल विकास निगम(केएमवीएन) के अधिकारियों द्वारा दल का स्वागत कर अल्मोड़ा के लिए रवाना किया गया।कैलास यात्रियों के लिए केएमवीएन ने पहली बार होम स्टे की सुविधा शुरू की है। यात्राधिकारी रमेश चंद्र जोशी ने बताया कि प्रथम दल के सभी यात्री रविवार सुबह गुंजी लौटेंगे। जहां पर आइटीबीपी के चिकित्सक यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे। इस परीक्षण में सफल यात्री ही आगे की यात्रा कर सकेंगे। दल अगले दिन कालापानी पड़ाव को रवाना होगा।
वहीं दूसरे दल के यात्रियों को शनिवार को काठगोदाम स्थित पर्यटक आवास गृह पहुंचने पर छलिया नर्तकों ने ढोल की थाप पर लोकगीत सुनाए। यात्रियों को परंपरागत कुमाऊंनी व्यंजन परोसे गए। दल में 46 पुरुष व 11 महिला यात्री शामिल हैं। जिनमें सर्वाधिक 11 यात्री गुजरात और नौ उत्तर प्रदेश से हैं। जबकि छत्तीसगढ़, कर्नाटक, झारखंड, वेस्ट बंगाल, पंजाब और उत्तराखंड में देहरादून से एक-एक, मध्य प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़ व हरियाणा से दो-दो, आंध्र प्रदेश और दिल्ली से छह-छह, महाराष्ट्र से तीन, राजस्थान से आठ यात्री शामिल हैं। शनिवार को अल्मोड़ा में रात्रि विश्राम के बाद दल रविवार को बस से 220 किमी की यात्रा कर आधार शिविर धारचूला पहुंचेगा। यह भी पढ़ें: पहले पैदल पड़ाव बूंदी पहुंचा कैलास मानसरोवर यात्रियों का जत्था
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