Uttarakhand News: नदी में कूड़ा डालने पर अब होगा जुर्माना, वन विभाग ने अपनाया सख्त रुख
Uttarakhand News उत्तराखंड के वन विभाग ने नदियों को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। रामगढ़ क्षेत्र में हाईवे पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और नदी में कूड़ा डालने पर 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा रहा है। नदी को स्वच्छ बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और प्रदूषकों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
संवाद सूत्र, जागरण गरमपानी । Uttarakhand News: अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रामगाढ़ क्षेत्र में नदी को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ वन विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। नदी क्षेत्र में कूड़ा डालने पर पांच हजार रुपये जुर्माना तय किया गया है।
हाईवे पर चेतावनी बोर्ड भी स्थापित
इसके लिए बकायदा वन विभाग ने हाईवे पर चेतावनी बोर्ड भी स्थापित कर दिया है। वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी के अनुसार नदी को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
यह भी पढ़ें- Diwali 2024: दिल्ली आइएसबीटी पर उत्तराखंड के यात्रियों में सीट के लिए मारामारी, दून आने वाली बसें फुल; ट्रेनें पैक
लगातार प्रदूषित होती जा रही रामगढ़ क्षेत्र में बहने वाली नदी
हाईवे पर स्थित रामगढ़ क्षेत्र में बहने वाली नदी लगातार प्रदूषित होती जा रही है। हाईवे पर आवाजाही करने वाले पर्यटक जल विद्युत परियोजना के समीप से नदी क्षेत्र को जाने वाले रास्ते से नदी में पहुंच जा रहे हैं।
नदी में गंदगी डाल उसे प्रदूषित करने पर आमादा हैं। साथ ही नदी क्षेत्र में भी घंटों बीता रहे हैं, जिससे बड़ी घटना का अंदेशा भी बना हुआ है। यह लापरवाही भरा कृत्य आए दिन उनके द्वारा किया जा रहा है।
कई लोग पीने के रूप में करते हैं पानी का इस्तेमाल
आगे जाकर नदी कोसी व शिप्रा नदी में मिलती है। कई लोग पानी का इस्तेमाल पीने के रूप में करते हैं। कई पेयजल व सिंचाई योजनाएं भी संचालित है। नदी के प्रदूषित होने से लोगों के बिमारियों की चपेट में आने का अंदेशा भी बढ़ता ही जा रहे हैं। नदी के लगातार प्रदूषित होने पर अब वन विभाग हरकत में आ गया है। यह भी पढ़ें- Uttarakhand Tourism: दीपावली मनाने भारी संख्या में ऋषिकेश पहुंचे सैलानी, सड़क पर जाम; होटल-कैंपों में बढ़ी रौनकगंदगी डालने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी
विभाग ने नदी में गंदगी डालने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। हाईवे पर चेतावनी बोर्ड भी स्थापित कर दिया गया है। नदी को प्रदूषित करने पर न्यूनतम पांच सौ तथा अधिकतम पांच हजार रुपये जुर्माना तय कर दिया गया है।नदी में कूड़ा डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी के अनुसार नदी को स्वच्छ बनाए रखने को ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। नदी में कूड़ा डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। साफ कहा की लगातार निगरानी रखी जा रही है। पकड़े जाने पर जुर्माने के साथ ही वैधानिक कार्रवाई भी होगी।