मोबाइल चोरी हो गया है तो अब मत होइए परेशान... खुद घर बैठे लगाएं Surveillance पर...फॉलो करें ये ईजी स्टेप्स
Mobile on Surveillance मोबाइल चोरी या कहीं गुम हो गया है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं। अब आप अपने मोबाइल को सर्विलांस पर खुद ही लगाकर ढूंढ सकते हैं। दूरसंचार विभाग के सीइआइआर पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा। जैसे ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी होगी। वैसे ही आपका मोबाइल सर्विलांस पर लग जाएगा और इसकी सूचना हल्द्वानी के मोबाइल सेल के पास पहुंच जाएगी।
दीप बेलवाल जागरण, हल्द्वानी: Mobile on Surveillance: मोबाइल चोरी या कहीं गुम हो गया है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं। अब आप अपने मोबाइल को सर्विलांस पर खुद ही लगाकर ढूंढ सकते हैं। ये सब संभव हो पाएगा दूर संचार विभाग की सीइआइआर पोर्टल की मदद से। बर्शत आपके पास थाने की गुमशुदगी की रिपोर्ट संख्या व मोबाइल का बिल अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
मोबाइल लोगों की जरूरत बन गया है। हालांकि आज मोबाइल ने दैनिक जीवन की गतिविधियों को बहुत आसान बना दिया है। लाइव ट्रैफिक स्थिति का आंकलन कर सकते हैं और समय पर पहुंचने के लिए उचित निर्णय ले सकते हैं। इसके साथ मौसम की जानकारी, आनलाइन खरीददारी व बैंकिंग और बिजली-पानी का बिल जमा करने तक की सुविधाएं मोबाइल पर हैं।
मोबाइल चोरी व गुम हो जाने पर अनेक काम अटक जाते हैं। ऐसे में लोग चाहते हैं कि पुलिस उनका मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर तुरंत बरामद कर लें, लेकिन यह संभव नहीं है। कम लोग जानते हैं कि उन्हें मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने के लिए थाना-चौकी में जाने की जरूरत नहीं है।
दूरसंचार विभाग के सीइआइआर पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा। जैसे ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी होगी। वैसे ही आपका मोबाइल सर्विलांस पर लग जाएगा और इसकी सूचना हल्द्वानी के मोबाइल सेल के पास पहुंच जाएगी।
मोबाइल ऐसे लगेगा सर्विलांस पर
गूगल पर जाकर सीइआइआर टाइप करें। इस पर क्लिक करते ही सबसे पहले सीइआइआर लिखा होगा। इसमें क्लिक करें। अब ब्लाक स्टोलक/ लास्ट मोबाइल, अनब्लाक फांड मोबाइल, चेक रिकवेस्ट स्टे्टस व फोरगोट रिक्वेस्ट आइडी लिखे चार आप्शन आएंगे।
मोबाइल चोरी या गुम हुआ है तो लाक स्टोलक/ लास्ट मोबाइल को ओपन करें। ओपन होते ही गुम व चोरी हुए मोबाइल को ब्लाक करने का आप्शन लिखा होगा। इसमें मांगी गई पूरी जानकारी को भर लें। लास्ट में सबमिट लिखा होगा। इसमें क्लिक करें अब आपकों सबसे ऊपर डिजिट नंबर दिखाएगा। जैसे ही यह नंबर आएगा तो आपका मोबाइल सर्विलांस पर लग जाएगा।
मोबाइल खोने के बाद करें इंतजार
अक्सर लोग मोबाइल खोते ही उसे सर्विलांस पर लगवा देते हैं। मगर इसका कोई औचित्य नहीं है। जो युवक मोबाइल चोरी करता है वह इस बात को जानता है कि अगर मोबाइल ओपन किया तो पकड़ा जा सकता है। इसलिए महीने-चार महीने तक मोबाइल को स्विच आफ ही रखता है। मोबाइल खोने के दो या पांच महीने में आप मोबाइल को सर्विलांस पर लगाएं। ताकि उसके मिलने की उम्मीद हो।
मोबाइल सेल का यह रहेगा काम
- मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने के दौरान थाना, तहसील व जिला भी पूछा जाता है। उदाहरण के लिए जैसे नैनीताल जिले का आप्शन भरा तो इसकी जानकारी हल्द्वानी मोबाइल सेल के पास पहुंच जाएगी। इसके बाद मोबाइल सेल मोबाइल चोरी करने वाले को ट्रेप कर मोबाइल रिकवर करेगी।
हर दिन गुम हो रहे 10 मोबाइल
कोतवाली में बने हैल्पडेस्क पर हर दिन मोबाइल चोरी व गुम होने की 10 शिकायतें आ रही हैं। लोग आवेदन फार्म लेकर आते हैं। जिसके बाद
गुमशुदगी दर्ज की जाती है। गुमशुदगी फार्म में रिपोर्ट नंबर लिखा जाता है। कम पढ़े लिखे लोगों के नंबर को सर्विलांस पर पुलिस लगवा देती है। पढ़े-लिखे लोगों को सीइआइआर पोर्टल के बारे में जानकारी दी जाती है। ताकि वह खुद भी नया सीख सकें।
लोगों की साहुलियत को देखते हुए शासन व मुख्यालय स्तर से सीइआइआर पोर्टल बनाया गया है। कम लोग इसके बारे में जानते हैं। लोग इस पोर्टल से स्वयं मोबाइल को सर्विलांस पर लगा सकते हैं।
प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी।
क्या है सर्विलांस
- इस सर्विस में एग्जैक्ट लोकेशन पता लगाई जाती है।
- मोबाइल सर्विलांस तभी काम करेगा जब मोबाइल किसी अपराधी के पास हो।
- अगर फोन को कहीं दूर फेंक दिया जाए या फिर फोन गिर जाए तब भी सर्विलांस की मदद से अपराधियों की लोकेशन पता नहीं लगाई जा सकती है।