Move to Jagran APP

उत्तराखंड के NSG कमांडो की दिल्ली में गोली लगने से मौत, परिवार में मचा कोहराम; 19 नवंबर को होनी थी शादी

उत्तराखंड के एक एनएसजी कमांडो की दिल्ली में फायर ड्रिल के दौरान गोली लगने से मौत हो गई है। उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कमांडो की शादी 19 नवंबर को होने वाली थी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी उम्र 30 वर्ष पिछले 10 वर्षों से कुमाऊं रेजीमेंट में एनएसजी कमांडो के रूप में सेवारत थे।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Wed, 06 Nov 2024 06:38 PM (IST)
Hero Image
एनएसजी कमांडों नरेंद्र सिंह भंडारी (File Photo) सोर्स- स्वजन।
जागरण संवाददाता, लालकुआं (नैनीताल)। बिंदुखत्ता निवासी एनएसजी कमांडो की दिल्ली में फायर ड्रिल के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। जिससे उसके स्वजनों में कोहराम मचा है। जबकि क्षेत्र में शोक की लहर है। दिल्ली अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।

बिंदुखत्ता के खैरानी नंबर दो में निवास करने वाले एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी उम्र 30 वर्ष पिछले 10 वर्षों से कुमाऊं रेजीमेंट में एनएसजी कमांडो के रूप में सेवारत थे। मंगलवार शाम लगभग सात बजे दिल्ली में फायर ड्रिल के दौरान नरेंद्र को गोली लग गई। साथी जवानों द्वारा उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना मिलने के बाद बुधवार को नरेंद्र भंडारी के स्वजन दिल्ली पहुंच गए है। जहां पर उसके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। देर सायं को उसका शव बिंदुखत्ता पहुंचेगा। गुरुवार को पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ नरेंद्र की अंत्येष्टि की जाएगी।

कमांडो नरेंद्र भंडारी के पूर्व सैनिक पिता स्वर्गीय गोपाल सिंह भंडारी का दो वर्ष पूर्व निधन हो गया था। नरेंद्र भंडारी के बड़े भाई यशवंत सिंह भंडारी कृषक है। जबकि मझले भाई माधव सिंह रेलवे में लोको पायलट के पद पर तैनात हैं। नरेंद्र की मौत की खबर सुनकर उसकी छोटी बहन हीरा भंडारी तथा मां माधवी देवी सहित पूरे परिवार में कोहराम मचा है।

नरेंद्र की 19 को होनी थी शादी

लालकुआं: नरेंद्र वर्तमान में दिल्ली में तैनात थे, इससे पूर्व वह जम्मू कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके है। आगामी 19 नवंबर को नरेंद्र की शादी लोहाघाट निवासी युवती से हल्द्वानी के एक बैंकट हॉल में होनी थी। शादी के कार्ड बंटने के साथ ही अन्य तैयारियां भी हो चुकी है। पूरा परिवार खुश था, लेकिन उसकी मौत ने खुशियों को मातम में बदल दिया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।