10 से ज्यादा चीड़ के हरे पेड़ काटने से वन विभाग में मचा हड़कंप, राजस्व विभाग जांच में जुटा
तहसील कोश्या कुटोली के सुदूर तल्ली सिनौली गांव में चीड़ के हरे पेड़ काट दिए जाने की सूचना से हड़कंप मच गया। मामले में जांच बैठा दी गई है।
By Edited By: Updated: Sun, 08 Sep 2019 08:56 AM (IST)
गरमपानी, जेएनएन : तहसील कोश्या कुटोली के सुदूर तल्ली सिनौली गांव में चीड़ के हरे पेड़ काट दिए जाने की सूचना से हड़कंप मच गया। प्रशासन व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मामले में जांच बैठा दी गई है। अलबत्ता पेड़ किसने काटे खुलासा नहीं हो सका है।
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से लगे सुयालबाडी़ ओडाखान मोटर मार्ग पर तल्ली सिनोली (रामगढ़ ब्लॉक) के समीप मोटर मार्ग से सटे जंगल में चीड़ के करीब दस से ज्यादा पेड़ काट दिए जाने की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी। राजस्व उपनिरीक्षक पवन ध्यानी व वन विभाग की टीम मौके को पर पहुंची। जानकारी जुटाने पर मुख्य मार्ग से रोड काटने के लिए हरे पेड़ों को काटने का खुलासा हुआ, लेकिन पेड़ किसने काटे अभी खुलासा नहीं हो सका है। उत्तरी गोला रेंज के वनक्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य ने वन दारोगा पूरन त्रिपाठी को मामले की जांच सौंप दी है। साथ ही अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में जुर्म भी काट दिया गया है। गौरव चटवाल, एसडीएम कोश्याकुटोली का कहना है कि मामला संज्ञान में आ चुका है। हरे पेड़ काटने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। पेड़ किसने और क्यों काटे, इसकी जांच के लिए राजस्व उपनिरीक्षक को निर्देशित कर दिया गया है।
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अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से लगे सुयालबाडी़ ओडाखान मोटर मार्ग पर तल्ली सिनोली (रामगढ़ ब्लॉक) के समीप मोटर मार्ग से सटे जंगल में चीड़ के करीब दस से ज्यादा पेड़ काट दिए जाने की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी। राजस्व उपनिरीक्षक पवन ध्यानी व वन विभाग की टीम मौके को पर पहुंची। जानकारी जुटाने पर मुख्य मार्ग से रोड काटने के लिए हरे पेड़ों को काटने का खुलासा हुआ, लेकिन पेड़ किसने काटे अभी खुलासा नहीं हो सका है। उत्तरी गोला रेंज के वनक्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य ने वन दारोगा पूरन त्रिपाठी को मामले की जांच सौंप दी है। साथ ही अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में जुर्म भी काट दिया गया है। गौरव चटवाल, एसडीएम कोश्याकुटोली का कहना है कि मामला संज्ञान में आ चुका है। हरे पेड़ काटने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। पेड़ किसने और क्यों काटे, इसकी जांच के लिए राजस्व उपनिरीक्षक को निर्देशित कर दिया गया है।
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