एक ऐसी दुकान जहां फ्री में मिलते हैं कपड़े, अमीर-गरीब सब पहुंचते हैं यहां तक
सड़क पर भीख मांगने वाले सैकड़ों मिल जाएंगे लेकिन वाकई में गरीब आदमी किसी से मांगता नहीं है। नेकी की दुकान बनाने की शायद यही वजह रही होगी। नेकी की दीवार का वैसे तो हर शहर में दिख जाती है लेकिन नेकी की दुकान सिर्फ रुद्रपुर में ही है।
रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : सड़क पर भीख मांगने वाले सैकड़ों मिल जाएंगे, लेकिन वाकई में गरीब आदमी किसी से मांगता नहीं है। नेकी की दुकान बनाने की शायद यही वजह रही होगी। नेकी की दीवार का वैसे तो हर शहर में दिख जाती है, लेकिन नेकी की दुकान सिर्फ रुद्रपुर में ही है। जहां विविध रंग और साइज के कपड़ों से ढकी हुई है। जहां बिना मांगे और सिफारिश के पसंद के कपड़े चुने जा सकते हैं।
जरूरतमंदों और गरीब की सहायता के लिए बिना एहसान जताए यदि कुछ देने की इच्छा हो तो नेकी की दुकान नाम के इस कमरे में चीजों को रखा जा सकता है। ऐसे में चीजें देने और लेने के लिए रुद्रपुर की नेकी की दुकान तक अमीर और गरीब हर तबका पहुंचता है। रुद्रपुर में काशीपुर रोड स्थित वार्ड संख्या 29 आदर्श कॉलोनी में नेकी की दुकान की स्थापना की गई है। वार्ड 29 के पूर्व पार्षद धर्मेंद्र शर्मा के इस कमरे का शटर हर वक्त खुला रहता है।
जहां लोग पुराने कपड़े लाकर जमा करते हैं तो जरूरतमंद लोग अपनी पसंद का कपड़ा चुन लेते हैं। इस तरह यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। स्थिति यह है कि नेकी की दुकान मेें खूटिंया नहीं मिली तो लोगों ने फर्स को ही कपड़ों से भर दिया है। कमरे में जिस तरह कपड़ों का ढेर लगा हुआ है, उसे देखकर प्रतीत हो रहा है कि यहां देने वाले ज्यादा और लेने वाले लोग कम हैं। फिर भी नेकी की दुकान भीषण सर्दी के बीच हर जरूरमंद के लिए एक सहारा है।
किसान लेकर आते हैं कपड़े
सभासद बाबू खान ने बताया कि नेकी की दुकान की स्थापना एक समूह के जरिए उन्होंने तीन साल पहले की है। जिसमें कपड़े लेने और देने के लिए लोग फोन भी करते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा बड़े किसान कपड़ों का थैला लाकर पहुंचाते हैं। जबकि ट्रांजिट कैंप, रम्पुरा, रेशमबाड़ी, भदईपुरा, रविंद्र नगर आदि जगहों से लोग तड़के चार बजे ही कपड़े लेने के लिए आते हैं। संस्थापक समूह में डॉ. सोनू खान, फैजराज, इंद्रपाल, मुकेश राजपूत, अनुज, गंगाराम, दलजीत, नाजिम, जक्की राजा, फारुख अली, धर्मेंद्र शर्मा आदि शामिल हैं।