पीएम मोदी को इस वजह से याद आई अल्मोड़ा की बाल मिठाई, अद्भुत स्वाद से भरपूर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हल्द्वानी के पूरन चंद्र शर्मा से फोन पर बात की। इस दौरान पीएम मोदी बाल मिठाई का जिक्र करना नहीं भूले।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 25 Apr 2020 10:13 AM (IST)
हल्द्वानी, गणेश पांडे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन के दौरान पिछले कुछ दिनों से लोगों को व्यक्तिगत रूप से फोन कर उनका हाल जान रहे हैं। शुक्रवार को पीएम मोदी ने उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी पूरन चंद्र शर्मा से बात की। उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। इस दौरान वह अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई का जिक्र करना नहीं भूले। पीएम मोदी ने शर्मा से कहा उन्हें बाल मिठाई याद आ रही है। वह बाल मिठाई का अद्भुत स्वाद फिर लेना चाहते हैं। आइये जानते हैं पीएम मोदी को अपने अद्भुत स्वाद का मुरीद बनाने वाली बाल मिठाई के बारे में..
कत्थई बर्फी उस पर मोती से दाने
अल्मोड़ा की सबसे प्रसिद्ध मिठाई यहां की बाल मिठाई है। यह बिना किसी ज्योग्राफिकल इंडेक्स के पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यूं तो बाल मिठाई पूरे कुमाऊं अंचल में अपनी ठोस आंचलिकता के साथ पाई जाती है, पर अल्मोड़ा में यह वैश्विक स्वरूप लेती है। चटख, कत्थई बर्फी पर चिपके मोती से दाने वाली यह मिठाई आंखों को नजर आते ही अपनी ओर लालायित करने लगती है। अल्मोड़ा में बाल मिठाई के 100 से अधिक दुकानें हैं, मगर दो अड्डे विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। एक जोगा शाह की बाल मिठाई, दूसरा खीम सिंह मोहन सिंह की बाल मिठाई। शाह इस बात का दावा करते हैं कि 1865 में उनके पूर्वजों ने बाल मिठाई का आविष्कार किया था।
दो रूप में मिलती है बाल मिठाई
बाल मिठाई के दो पार्ट होते हैं। एक कत्थई रंग की बर्फी दूसरा उसके ऊपर चिपके दाने जिसे बालदाना कहा जाता है। बाल मिठाई बनाने के लिए खोया को तब तक घोंटा जाता है जब तक वह कत्थई रंग न ले ले। स्थानीय ग्रामीण दूध उपलब्ध कराते हैं। जिससे खोया तैयार किया जाता है। इसलिए इसकी गुणवत्ता को खास बताया जाता है। वहीं, पोस्तदाना से बाल दाना तैयार किया जाता है। बाल दाना मोटा और बारीक दो तरह का होता है। अल्मोड़ा से मुंबई, दिल्ली यहां तक कि विदेश जाने पर भी लोग बाल मिठाई को स्नेह के तौर पर उपहार में देते हैं।
पत्ते से लिपटी सिंगौड़ी का स्वाद भी कम नहीं बाल मिठाई की तरह सिंगौड़ी भी अल्मोड़ा के मिठाई घरों की शान है। हरे और सफेद रंग की कंट्रास्ट वाली इस मिठाई को मालू के पत्ते में इस तरह से लपेटा जाता है कि यह आइसक्रीम के कोन की तरह दिखती है। सिंगौड़ी मावे से तैयार होती है। पत्ते के भीतर लिपटी सिंगौड़ी देखने वाले को लालायित कर देती हैं।
यह भी पढ़ें : हैलो शर्मा जी नमस्कार, मैं नरेंद्र मोदी बोल रहा हूं...कैसे हैं आप और आप के यहां की बाल मिठाईयह भी पढ़ें : PM नरेन्द्र मोदी ने अचानक कॉल कर पूछा कैसे हैं रतनलाल जी, जानें-दोनों में क्या हुई बातें
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।