धोखाधड़ी : 80 लाख का लोन लेकर फरार महिला के दो बेटे व बेटी गिरफ्तार NAINITAL NEWS
रेलवे के स्टेशन मास्टर को गारंटर बनाकर 10 बैंकों से 80 लाख रुपये लेकर भागने वाली महिला के दो बेटों व बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
By Edited By: Updated: Thu, 05 Sep 2019 09:32 AM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : रेलवे के स्टेशन मास्टर को गारंटर बनाकर 10 बैंकों से 80 लाख रुपये का ऋण लेकर फरार वृद्ध महिला को दो बेटे व बेटी संग काठगोदाम पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। महिला को पश्चिम बंगाल की एक अदालत ने जमानत दे दी। जबकि बेटों व बेटी की ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस हल्द्वानी आई। तीनों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। मामले में आरोपित एक अन्य महिला को पुलिस एक अगस्त को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लाई थी।
पश्चिम बंगाल में रहने वाले मनीष नंदी ने अपने भाई अनुपम नंदी उर्फ असीम बनर्जी के साथ मिलकर भोटियापड़ाव चौकी के समीप वॉव कोलकाता नाम से रेस्टोरेंट खोला था। मनीष ने वैशाली कॉलोनी निकट बृज लाल हास्पिटल के पास आलीशान मकान किराये पर लिया। मनीष के साथ उसकी मां गौरी नंदी, कजारी घोष व बहन रूपा बनर्जी भी रहते थे। एक ही राज्य के होने से उनकी नजदीकियां स्टेशन मास्टर चयन राय से हो गई। डेढ़ साल पहले चयन राय ने भतीजी निवेदिता की शादी अनुपम नंदी से करा दी। स्टेशन मास्टर को विश्वास में लेकर मनीष व अनुपम ने अपने व परिवार के लोगों के नाम से 10 बैंकों से करीब 80 लाख रुपये का ऋण ले लिया। इन बैंकों में गारंटर स्टेशन मास्टर को बना दिया गया। इसके बाद वह निवेदिता को भी दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। 16 मार्च को पांच माह की गर्भवती निवेदिता को मायके भेजकर मनीष व अनुपम परिवार समेत रातों-रात सामान लेकर शहर से फरार हो गए। वह वैशाली कालोनी में जिस मकान में रहते थे, उसका सवा लाख रुपये किराया भी हड़प गए।
एक मई को निवेदिता की ओर से काठगोदाम थाने में पति समेत जेठ, जेठानी, ननद व सास के विरुद्ध दहेज के लिए प्रताड़ित करने के साथ ही धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। उनके मोबाइल फोनों की जांच में लोकेशन पश्चिम बंगाल में मिली। काठगोदाम पुलिस ने 29 जुलाई को दमदम कोलकाता स्थित मायके से कजारी घोष को गिरफ्तार किया एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि फरार अनुपम नंदी बनर्जी, उसके भाई मनीष नंदी, मां गौरी नंदी व बहन रूपा बनर्जी को भी काठगोदाम चौकी प्रभारी दान सिंह मेहता के नेतृत्व में गई टीम ने पश्चिम बंगाल के मायापुरी, थाना नवदीप जिला नादिया से गिरफ्तार कर लिया। चारों को वहां की न्यायालय में पेश किया गया। जहां वृद्धा गौरी नंदी को न्यायालय ने जमानत दे दी। अन्य चारों आरोपितों की ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस टीम वापस लौट आई है। सभी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है।
पश्चिम बंगाल में रहने वाले मनीष नंदी ने अपने भाई अनुपम नंदी उर्फ असीम बनर्जी के साथ मिलकर भोटियापड़ाव चौकी के समीप वॉव कोलकाता नाम से रेस्टोरेंट खोला था। मनीष ने वैशाली कॉलोनी निकट बृज लाल हास्पिटल के पास आलीशान मकान किराये पर लिया। मनीष के साथ उसकी मां गौरी नंदी, कजारी घोष व बहन रूपा बनर्जी भी रहते थे। एक ही राज्य के होने से उनकी नजदीकियां स्टेशन मास्टर चयन राय से हो गई। डेढ़ साल पहले चयन राय ने भतीजी निवेदिता की शादी अनुपम नंदी से करा दी। स्टेशन मास्टर को विश्वास में लेकर मनीष व अनुपम ने अपने व परिवार के लोगों के नाम से 10 बैंकों से करीब 80 लाख रुपये का ऋण ले लिया। इन बैंकों में गारंटर स्टेशन मास्टर को बना दिया गया। इसके बाद वह निवेदिता को भी दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। 16 मार्च को पांच माह की गर्भवती निवेदिता को मायके भेजकर मनीष व अनुपम परिवार समेत रातों-रात सामान लेकर शहर से फरार हो गए। वह वैशाली कालोनी में जिस मकान में रहते थे, उसका सवा लाख रुपये किराया भी हड़प गए।
एक मई को निवेदिता की ओर से काठगोदाम थाने में पति समेत जेठ, जेठानी, ननद व सास के विरुद्ध दहेज के लिए प्रताड़ित करने के साथ ही धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। उनके मोबाइल फोनों की जांच में लोकेशन पश्चिम बंगाल में मिली। काठगोदाम पुलिस ने 29 जुलाई को दमदम कोलकाता स्थित मायके से कजारी घोष को गिरफ्तार किया एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि फरार अनुपम नंदी बनर्जी, उसके भाई मनीष नंदी, मां गौरी नंदी व बहन रूपा बनर्जी को भी काठगोदाम चौकी प्रभारी दान सिंह मेहता के नेतृत्व में गई टीम ने पश्चिम बंगाल के मायापुरी, थाना नवदीप जिला नादिया से गिरफ्तार कर लिया। चारों को वहां की न्यायालय में पेश किया गया। जहां वृद्धा गौरी नंदी को न्यायालय ने जमानत दे दी। अन्य चारों आरोपितों की ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस टीम वापस लौट आई है। सभी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है।
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