ऐसे शुरू हुआ हादसे के बाद उपद्रव, पहले पुलिस ने बरता संयम फिर होना पड़ा सख्त
बनभूलपुरा में बस से बच्चे के कुचलने की खबर फैलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। पुलिस को लगा कि समझाकर मामला शांत हो जाएगा, लेकिन उन्होंने सीधा पथराव शुरू किया।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 17 Jan 2019 08:18 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : बनभूलपुरा में सवा चार बजे बस से बच्चे के कुचलने की खबर जैसे-जैसे फैली मौके पर आक्रोशित लोगों की भीड़ जमा होने लगी। पुलिस को लगा कि समझाकर मामला शांत हो जाएगा, लेकिन उन्होंने सीधा पथराव शुरू किया। उसके बावजूद पुलिस मासूम की मौत पर कोई बखेड़ा नहीं चाहती थी। लिहाजा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भीड़ से बात करने को कहा गया। ताकि इलाके में शांति बरकरार रहे, लेकिन अंधेरा होते ही दोबारा पथराव शुरू हो गया। पुलिसकर्मियों को ताबड़तोड़ पत्थर लगे तो उनका धैर्य भी जवाब दे गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दस मिनट में लाठीचार्ज करने के साथ गलियों में घुसकर उपद्रवियों को खदेड़ दिया।
बनभूलपुरा हल्द्वानी का सबसे संवेदनशील एरिया है। यहां अक्सर मामूली विवाद बवाल में बदल जाता है। हादसे के बाद भी आक्रोशित लोग बस में तोड़-फोड़ करने के साथ आग लगाने की कोशिश करने लगे।इस बीच कांग्रेस नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी, जावेद सिद्दीकी व भाजपा नेता मजहर नईम नवाब ने पुलिस के साथ मिलकर लोगों को समझाने का भरपूर प्रयास किया। बीच-बीच में मामला निपटा भी लेकिन फिर लोग भड़क जाते। वहीं जैसे ही अंधेरा हुआ चार-पांच गलियों से पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने फिर भी सिर्फ लाठी फटकार उन्हें डराने का काम किया। लेकिन उसके बावजूद पत्थरबाजी होती रही। यहां तक की घरों की छतों पर छिपकर भी पत्थर फेंके गए। बस इसके बाद पुलिस का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने गलियों में घुसकर लाठियां भांजनी शुरू की। जिसके बाद तीन घंटे से चल रहा बवाल पुलिस के तेवर दिखाने पर दस मिनट में शांत हो गया। वहीं पथराव में शामिल कई युवा नशे के आदी थे। जिन्हें पुलिस कई बार पकड़कर क्लास लगा चुकी थी। भीड़ के बीच में शामिल होकर बवाल करने में यह लोग सबसे आगे थे।
डीएम से बात कर रात में हुआ पीएम
हादसे के बाद थाने के कार्यालय में एसडीएम एपी वाजपेयी, सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार उपाध्याय, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ दिनेश चंद्र ढौंडियाल ने कांग्रेस नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी व भाजपा नेता मजहर नईम नवाब व स्थानीय लोगों संग बैठक की। जिसके बाद डीएम को फोन कर रात में पीएम कराने पर सहमति बनी। पोस्टर्माटम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।हादसे के तुरंत बाद ट्रैफिक बंद
मासूम के बस की चपेट में आने के तुरंत बाद पुलिस ने ताज चौराहे व चोरगलिया रोड पर बेरिकेट लगा ट्रैफिक बंद करवा दिया। टीआइ महेश चंद्रा के नेतृत्व में पुलिसकर्मी वाहनों को रोक रहे थे।काठगोदाम-लालकुआं से पकड़ी ट्रेन
घटना के बाद एरिया में आक्रोशित भीड़ व फोर्स को देख हल्द्वानी स्टेशन आने वाले लोग घबरा गया। जिसके बाद काठगोदाम व लालकुआं जाकर उन्होंने ट्रेन पकड़ी।लाठीचार्ज के बाद भीड़ नहीं जुटने दी
अंधाधुंध पथराव के बाद पुलिस ने अराजकतत्वों को जमकर दौड़ाया। पुलिस ने माहौल को समझ उसके बाद भीड़ नहीं जुटने दी। जगह-जगह गुट बनाकर खड़े युवकों को डंडा दिखा भगा दिया।पीएससी भी लगाई
हल्द्वानी के थाने-चौकी का फोर्स बुलाने के साथ पुलिस ने डेढ़ प्लाटून पीएसी भी तनाव के चलते बुला ली। इसके अलावा रामनगर कोतवाल रवि सैनी, कालाढूंगी थानाध्यक्ष नरेश चौहान, चौकी इंचार्ज बैलपड़ाव सुशील जोशी समेत आसपास के कई थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज बुला लिए गए।पथराव में इन्हें लगी चोट
उपद्रवियों द्वारा पथराव करने पर कोतवाल विक्रम सिंह राठौर, प्रभारी एसओ मंगल सिंह नेगी, एसओ मुखानी नंदन सिंह रावत, एसओ काठगोदाम कमाल हसन, बैलपड़ाव चौकी इंचार्ज सुशील जोशी, सिपाही अहसान समेत कुल एक दर्जन पुलिसकर्मी को चोट आई।उपद्रवियों पर एलआइयू की नजर
भीड़ में शामिल उपद्रवियों पर एलआइयू कर्मियों की खास निगाह रही। इंस्पेक्टर एलआइयू दीप भट्ट व अन्य लोग मौके पर जुटे रहे।वीडियो से होंगे चिह्नित तीन घंटे चले हंगामे की पुलिस ने पूरी वीडियोग्राफी की। एक उपद्रवी को पकड़ा भी गया। अब वीडियो चेक करने के बाद एक-एक कर सभी को चिह्नित किया जाएगा। उसके बाद कार्रवाई तय है।गौलापार व चोरगलिया के लोग अटकेचोरगलिया मार्ग से टेंपो व बसें चोरगलिया व गौलापार को निकलती है। ट्रैफिक बंद होने पर इस एरिया के सैकड़ों लोग भी अटक गए। उन्हें काठगोदाम व तीनपानी बाइपास होकर घर जाना पड़ा।यह भी पढ़ें : बस ने मासूम को कुचला, भड़की भीड़ के पथराव में कोतवाल समेत आधा दर्जन घायलयह भी पढ़ें : लापता हुए रेस्टोरेंट कर्मचारी का शव नैनी झील से हुआ बरामद
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