रानीबाग एचएमटी घड़ी फैक्ट्री की जगह पर गरीबों के लिए आवास बनाने की संभावना
निगम प्रशासन ने शहरी विकास निदेशालय को भेजे पत्र में कहा है कि फैक्ट्री की जगह पर आवास बनते हैं तो भागीदारी में किफायती आवास घटक के तहत बेघर परिवारों को वहां बसाया जा सकता है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 08 Jan 2019 07:15 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : नगर निगम ने रानीबाग एचएमटी घड़ी फैक्ट्री की जगह पर गरीबों के लिए आवास बनाने की संभावना जताई है। निगम प्रशासन ने शहरी विकास निदेशालय को भेजे पत्र में कहा है कि फैक्ट्री की जगह पर आवास बनते हैं तो भागीदारी में किफायती आवास घटक के तहत शहर के बेघर परिवारों को वहां बसाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक सभी बेघरों को आवास मुहैया कराने का लक्ष्य है। जून 2015 से पहले निकाय क्षेत्र में रह रहे भूमि विहीन परिवारों को भागीदारी में किफायती आवास के तहत घर उपलब्ध कराना है। शहरी विकास निदेशालय के अपर निदेशक उदय सिंह राणा ने नवंबर में नैनीताल जिला प्रशासन को पत्र लिखकर पूछा था कि एचएमटी की भूमि पर हल्द्वानी, नैनीताल निकाय की जरूरत के अनुरूप (10656) आवास बनाने की मांग पूरी की जा सकती है। इसकी कॉपी नगर निगम को भी भेजी गई थी। जिला प्रशासन की ओर तब इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया था, लेकिन नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने निदेशालय को भेजे पत्र में कहा है कि रानीबाग में आवास बनने पर बेघर परिवारों को शिफ्ट किया जा सकता है।
जिले में 11228 घरों की दरकार
नैनीताल जिले में 11228 बेघर परिवार चिह्नित हैं, जिन्हें आवास की जरूरत है। सर्वाधिक 8146 परिवार हल्द्वानी में हैं। इसी तरह नैनीताल में 2273, रामनगर में 512, भवाली में 130, कालाढूंगी में 123 व लालकुआं में 44 परिवार हैं।
डेढ़ लाख रुपये की मदद का प्रावधान
पीएम आवास योजना के भागीदारी में किफायती आवास घटक के तहत प्रति परिवार 1.5 लाख रुपये की मदद प्रदान करने का प्रावधान है। शेष राशि परिवार को लगानी होती है। मानकों के अनुसार 300 वर्ग फिट में आवास बनाना होता है।
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