coronvirus : सेंट्रल जेल में कैदियों को दिया गया टास्क, दिन भर में बना रहे हैं सौ मास्क
कोरोना से बचाव के लिए सेंट्रल जेल में कैदियों को मास्क बनाने का टास्क दिया गया है। जिसके बाद कैदी मास्क बनाने में वजुट गए हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 21 Mar 2020 06:17 PM (IST)
सितारगंज, आशुतोष मिश्र : कोरोना से बचाव के लिए सेंट्रल जेल में कैदियों को मास्क बनाने का टास्क दिया गया है। जिसके बाद कैदी मास्क बनाने में वजुट गए हैं। सूती कपड़े का तीन लेयर का मास्क कैदियों ने बनाया है। प्रतिदिन सौ मास्क तैयार किए जा रहे हैं। पहले जेल के कैदियों को मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके बाद जरूरतमंदों को आपूर्ति की जाएगी।
हुनरमंद एक कैदी है मास्टर ट्रेनर सेंट्रल जेल के कैदियों को कोरोना से बचाने के लिए जेल प्रशासन तैयार हो गया है। जेल में बंद 670 कैदियों को सेनिटाइजर से हाथ साफ कराए जा रहे हैं। साथ ही उन्हें मास्क भी दिए जा रहे हैं। मास्क बनाने का टास्क जेल में बंद कैदियों को दिया गया है। आठ कैदी दो दिन से मास्क बनाने में जुटे हुए है। जेल में बंद हुनरमंद एक कैदी को मास्टर ट्रेनर है। जो आठ कैदियों को बनाने की ट्रेनिंग देकर मास्क बनवा रहा है। यह कैदी प्रतिदिन सौ मास्क बना रहे हैं। जेल अधीक्षक दधिराम मौर्या ने बताया कि कैदियों द्वारा बनाए गए मास्क सबसे पहले जेल में कैदियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ताकि वह कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि जेल की आवश्यकता की पूर्ति होने के बाद जरूरतमंदों के लिए मास्क बनाए जाएंगे।
सेंट्रल जेल में हुआ लॉक डाउन कोरोना की वजह से सेंट्रल जेल में लॉक डाउन हो गया है। जेल में कैदियों की मिलाई पर रोक लगा दी गई है। उनके पेशी पर जाने पर भी रोक लगा दी गई है। खेती आदि के कार्य पर भ जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी बैरकों को सेनिटाइज करके कैदियों को रखा गया है। जेल के अंदर हर स्थान पर स्प्रे किया गया है। सफाई पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
11 आइसोलेशन सेल तैयार कोरोना को लेकर सेंट्रल जेल में 11 आइसोलेशन सेल बनाए गए है। आपात स्थिति में कोरोना से निपटने के लिए आइसोलेशन बैरकों में आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध हैं। जेल परिसर को ब्लीचिंग करके पूरी तरह से सेनिटाइजर किया जा रहा है। दिन में आठ पर दवाओं को छिड़काव परिसर में किया जाने लगा है।उम्रदराज 15 कैदियों को किया गया अलग
जेल में बंद उम्र दराज 15 कैदियों को अलग कर दिया गया है। सेनिटाइज करके उन्हें एक अलग हाते में में रखा गया है। कोरोना के उम्र दराज लोगों पर ज्यादा प्रभाव डालने की वजह से इन कैदियों की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए गए हैं। यह सभी कैदी सांस और फेफड़े की बीमारी से ग्रसित है। यह भी पढ़ें : कनिका के बाद डंपी ने बरती लापरवाही, सीमा सील होने के बाद भी उत्तराखंड में कैसे घुसे
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