कुमाऊं में बारिश ने मचाई तबाही, दो युवकों की डूबने से मौत; पानी में डूबा रेलवे ट्रैक-कई ट्रेन बाधित
उत्तराखंड में पहाड़ी व मदानी इलाकों में हो रही लगातार बारिश अब लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। तटवर्ती इलाकों में अब हालात बदतर होते जा रहे हैं। सोमवार को नदी-नालों में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई और एक बालिका समेत तीन लोग लापता है। लालकुआं रेलवे स्टेशन में जलभराव होने से पटरियां पानी में डूब गई। कई ट्रेनों का संचालन रोका गया है।
जागरण टीम, हल्द्वानी। कुमाऊं में लगातार भारी वर्षा अब जानलेवा साबित हो गई है। तराई में जलभराव से हालात बिगड़ गए हैं। नदी-नालों में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई और एक बालिका समेत तीन लोग लापता है। भारी वर्षा का असर सड़कों के बाद अब ट्रेन सेवाओं पर भी पड़ा है। चीन सीमा संपर्क मार्ग छह दिन से बंद हैं।
वहीं 112 स्टेट हाईवे व जिले के संपर्क मार्गों पर मलबा आने से आवाजाही ठप है। चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर एवं बनबसा में जलभराव को देखते हुए विद्यालयों में मंगलवार व बुधवार को भी अवकाश घोषित किया है। रुद्रपुर, बाजपुर, खटीमा समेत तराई में जबरदस्त जलभराव से कई मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं।
हल्द्वानी में गौला नदी के तेज बहाव के कारण गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पीछे के हिस्से में भूकटाव से स्टेडियम को भी खतरा पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत से पल-पल की अपडेट ली।
मंगलवार की सीएम टनकपुर, बनबसा एवं खटीमा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण व प्रभावितों से मिलेंगे। वहीं देहरादून में वर्षा के पानी में नहाते हुए किशोरी पैर फिसलने से नाले में बह गई। सोमवार को खटीमा के ग्राम हल्दी में मूसलधार वर्षा के चलते हुए जलभराव में हल्दी घेरा निवासी 19 वर्षीय प्रिंस कुमार और 18 वर्षीय सन्नी कुमार की डूबने से मौत हो गई। दोनों युवक पानी में फंसे परिवार की मदद करने जा रहे थे। एसडीआरएफ ने ग्रामीणों की मदद से दोनों युवकों के शव पानी से निकाले।
वहीं, प्रशासन ने पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों के साथ जलमग्न इलाकों से 500 लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविरों में ठहराया है। इधर, चंपावत के बनबसा नगर से लगे देवीपुरा ग्राम सभा में 12 वर्षीय सुशीला चंद घर के पास बनी पुलिया के पास खड़ी होकर पानी का तेज बहाव देख रही थी। अचानक पैर फिसलने से सुशीला नाले के तेज बहाव में बह गई। रेस्क्यू टीम उसकी तलाश में लगी हैं।
ऊधम सिंह नगर जिले के शक्तिफार्म में निर्मल नगर ग्रामसभा के ग्राम बीस क्वार्टर निवासी संजीत मंडल बैगुल नदी किनारे अपने खेत की फसल को देखने गया। तभी खेत का एक हिस्सा टूटकर नदी में गिरा और संजीत भी गिरकर नदी में बह गया।
ग्राम निर्मल नगर निवासी 40 वर्षीय जगदीश मंडल भी रविवार शाम धौरा डैम सीमा क्षेत्र के काटना नदी में मछली पकड़ने गया था। जाल में उलझकर वह भी बह गया। सोमवार शाम तक उसका भी पता नहीं चला सका है। दूसरी ओर लालकुआं रेलवे स्टेशन में जलभराव होने से पटरियां पानी में डूब गई। इसके चलते काठगोदाम से दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस और लालकुआं से काशीपुर व मुरादाबाद जाने वाली पैसेंजर ट्रेन निरस्त करनी पड़ी।
120 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
हावड़ा-काठगोदाम एक्सप्रेस, दिल्ली-काठगोदाम एक्सप्रेस व जम्मूतवी-काठगोदाम एक्सप्रेस को रुद्रपुर में रोका गया। टनकपुर थाने के समीप हुए जलभराव से निपटने के लिए एसडीआरएफ व पुलिस ने रविवार रात्रि तीन बजे मोर्चा संभाला और 120 लोगों को सुरक्षित निकालकर होटलों में ठहराया। पिथौरागढ़ जिले का तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग भारी मात्रा में बोल्डर गिरने व मलबा आने से 13 स्थानों पर बंद है।
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