रामनगर में बारिश ने रोके पर्यटक व श्रद्धालुओं के कदम, कोसी नदी में पानी बढ़ने से गर्जिया मंदिर में आवाजाही बंद
Uttarakhand Rains उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण पर्यटकों और श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कार्बेट नेशनल पार्क में सफारी रद्द कर दी गई है और गिरिजा देवी मंदिर को बंद कर दिया गया है। मंदिर परिसर में बनाई गई प्रसाद की अस्थाई दुकानों के छप्पर व बल्लियां आदि बह गईं। शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से गरमपानी खैरना क्षेत्र के बाशिंदे दहशत में हैं।
जासं, रामनगर। Uttarakhand Rains: शुक्रवार को हुई बारिश ने पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के कदम रोक दिए। गुरुवार रात से हो रही बारिश काे देखते हुए कार्बेट में पर्यटकों की डे सफारी निरस्त कर दी गई।
पर्यटकों द्वारा कार्बेट के तीन पर्यटन जोन में सफारी के लिए पूर्व में आनलाइन अग्रिम बुकिंग कराई गई थी। लेकिन बारिश की वजह से पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए कार्बेट के निदेशक डा. साकेत बडोला ने शुक्रवार को सुबह व शाम की पाली में ढेला, झिरना व गर्जिया पर्यटन जोन में जिप्सी सफारी को निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया।
बारिश से जंगल में नदी नाले उफान पर
पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि बारिश से जंगल में नदी नाले उफान पर आ जाते हैं। सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। जिस वजह से पर्यटकों के लिए सफारी गेट बंद रखे गए। शनिवार को भी सफारी बंद रखने का निर्णय रात में मौसम के अनुसार ही लिया जाएगा। जिन पर्यटकों की सफारी निरस्त हुई है, उनकी बुकिंग का पैसा वापस नहीं होगा।
गिरिजा देवी मंदिर बंद
उधर, बारिश की वजह से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद गिरिजा मंदिर के गेट के बाहर पानी बढ़ने से आवाजाही प्रभावित हो गई। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए गिरिजा देवी मंदिर को बंद कर दिया गया। पुल से लोगों को आगे नहीं जाने दिया गया।
जलस्तर बढ़ने से मंदिर परिसर में बनाई गई प्रसाद की अस्थाई दुकानों के छप्पर व बल्लियां आदि बह गईं। के प्रधान पुजारी मनोज चंद्र पाण्डेय ने बताया कि मंदिर खोलने का निर्णय नदी के जलस्तर पर निर्भर करेगा।
शिप्रा नदी के रौद्र रुप ने उड़ाई गरमपानी खैरना के बाशिंदों की नींद
मूसलधार बारिश ने गरमपानी खैरना क्षेत्र के बाशिंदों की नींद उड़ा दी है। रौद्र रुप अख्तियार कर चुकी शिप्रा नदी के तेज बहाव से स्थानीय लोग दहशत में आ गए हैं। बाढ़ का पानी आवासीय मकान के आंगन तक पहुंच गया है। लगातार दो दिन से हो रही मूसलधार बारिश से कोसी घाटी में जन जीवन प्रभावित हो चुका है।
शुक्रवार को बाजार की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। शिप्रा नदी का बढ़ चुका जलस्तर भी चिंता का विषय बन गया है। रात दिन बारिश से उफान में आई शिप्रा नदी ने पूरी रफ्तार से बह रही है। गरमपानी बाजार के ठिक पीछे बहने वाली शिप्रा का बढ़ता जल स्तर बाढ़ सुरक्षा कार्यों को पार कर चुका है।
आवासीय भवनों के नजदीक उफान में बह रही नदी से खतरा कई गुना बढ़ चुका है। स्थानीय लोग लगातार नदी के बहाव पर नजर रखे हैं। बीते चार वर्ष पूर्व भी भारी बारिश के बीच उफान में शिप्रा नदी ने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी। तीन मकान तेज बहाव के भेंट चढ़ गए थे, जबकि एक दर्जन से भी अधिक मकानों को भारी क्षति पहुंची थी।