ईरान से अपने वतन लौटे सात युवा दो सप्ताह क्वारंटाइन काटने के बाद पहुंचे घर
ईरान में विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले सात युवाओं को दो सप्ताह बाद अपने घर लौटना नसीब हुआ है। इन्हें जोधपुर में क्वारंटाइन किया गया था।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 25 Apr 2020 05:01 PM (IST)
काशीपुर, जेएनएन : ईरान में विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले सात युवाओं को दो सप्ताह बाद अपने घर लौटना नसीब हुआ है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस सभी को राजस्थान के जोधपुर में क्वारंटाइन किया गया था। मेडिकल परीक्षण के बाद सभी को अपने घरों के लिए भेज दिया गया। काशीपुर के सुखवंत सहित हरिद्वार का एक युवक भी इनमें शामिल था।
शुक्रवार की देर रात काशीपुर के सूर्या चौकी बार्डर पर राजस्थान प्रशासन की गाड़ी ने सुखविंदर को उत्तराखंड पुलिस को सौंपा। इसके बाद इनके मेडिकल कागजों के सत्यापन के बाद इन्हें बासखेड़ा खुर्द गांव भेज होम क्ववरंटाइन कर दिया गया। सुखविंदर ने बताया कि ईरान से 270 यात्री 28 मार्च को भारत लौटे थे। दिल्ली से इनहें सीधे जोधपुर आर्मी कैंप क्ववरंटाइन के लिए भेज दिया गया था। काशीपुर अपने परिवार के बीच पहुंचे सुखवंत ने बताया कि ईरान में वह अमिराबाद पोर्ट स्थित एक पेपर मिल कंपनी में प्रोडेक्टशन डिपार्टमेंट में काम करते थे। कोरोना के चलते जब पिछले दिनों हालात खराब हुए तो मेडिकल जांच के बाद उन्हें फ्लाइट के जरिये भारत लाया गया। फ्लाइट से उतरने के बाद मेडिकल चेकअप के बाद इन्हें सीधे जोधपुर आर्मी कैंप में भेज दिया गया। जहां सभी लोगों को कोरोना का दो बार टेस्ट करने के बाद 23 अप्रैल को घरों को रवाना किया गया।
कपनियों में करते थे काम
सुखवंत ने बताया कि उनकी गाड़ी में जिन लोगों को भेजा गया उनमें हरिद्वार के रुड़की तहसील के ज्ञानपुर झंगेड़ी के रहने वाले नस्तीन हैैदर नाम का युवक था। जबकि अमरोहा से मरियम फातिमा, बिजनौर से उमैद फातिमा, हापुर के दिनेश कुमार, मेरठ के कृष्ण कुमार सिंह व मेरठ के मूल चंद्र शामिल थे। इन सभी को जोधपुर प्रशासन ने घर भेज दिया। बार्डर पर प्रशासन की टीम के बाद इन लोगों को सीधे घर भेज दिया गया। काशीपुर एएसपी राजेश भट्ट ने बताया कि शुक्रवार की रात राजस्थान प्रशाासन की विशेष गाड़ी के जरिये सुखवंत को बार्डर पर हमें साैंपा गया। इनका हाल में मेडिकल जांच जोधपुर में हुआ है और इनहें वहां क्वारंटाइन भी रखा गया है। मेडिकल में सभी पुष्टि के बाद इन्हें इनके राज्यों में भेजा गया है। हमने सुखवंत को घर भेज दिया एहतियात के तौर इनहें क्ववरंटाइन किया गया है।
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