नैनीताल में 'जान अभी बाकी है' की शूटिंग
सरोवर नगरी में हिन्दी फीचर फिल्म जान अभी बाकी है की शूटिंग शुरू हो गई है।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 20 Feb 2020 07:57 AM (IST)
जागरण संवाददाता, नैनीताल: सरोवर नगरी में हिन्दी फीचर फिल्म 'जान अभी बाकी है' की शूटिंग शुरू हो गई है। बुधवार को मल्लीताल पंत पार्क, बैंड स्टैंड और झील किनारे फिल्म से जुड़े कई शॉट फिल्माए गए। गुरुवार को काठगोदाम जबकि 24 फरवरी तक जिले के अन्य जगहों पर शूटिंग होगी।
फिल्म निदेशक सत्यजीत मिश्रा ने बताया कि आइजेएम प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म की लागत करीब 20 करोड़ रुपये है। फिल्म की तकरीबन 95 फीसदी शूटिंग उत्तराखंड में ही की जानी है, जो लगभग पूरी हो चुकी है। उत्तराखंड के नैनीताल के अलावा भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, काठगोदाम, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, काशीपुर, बाजपुर में फिल्म के दृश्य फिल्माए गए हैं। डॉ. इंद्रजीत मिश्रा द्वारा लिखी गई कहानी में प्रांजल अभिनेता और स्वपनिल अभिनेत्री जबकि राजेश जैस, फाल्गुनी रजानी, रेशम टिपनिस, अशोक बेनीवाल, मनोज भारद्वाज अन्य कलाकारों के रूप में नजर आएंगे। विष्णु देवा और गणेश आचार्य कोरियोग्राफर हैैं। वहीं बालीवुड के जाने माने संगीतकार अरजीत सिंह, जुबीन नौटियाल, देव नेगी, पलक मुच्छल ने अपनी आवाज दी है। फिल्म में दिखेगी उत्तराखंड की संस्कृति जान अभी बाकी है फिल्म में उत्तराखंड के प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही संस्कृति से भी दर्शक रूबरू होंगे। निदेशक सत्यजीत मिश्रा ने बताया कि फिल्म में झोड़ा-चांचरी और लोकोत्सव हिलजात्रा का भी फिल्मांकन किया गया है। अप्रैल-मई तक फिल्म रिलीज हो जाएगी। खूबसूरत वादियां खींच लाई उत्तराखंड जागरण संवाददाता, नैनीताल: 'जान अभी बाकी है' के लेखक डॉ इंद्रजीत मिश्रा 100 से अधिक देश प्रेम की कविताओं के साथ ही 50 से अधिक नाटक लिख चुके हैं। लखनऊ निवासी इंदजीत गोरखपुर विश्वविद्यालय में बतौर समाजशास्त्र के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष भी रह चुके हैं। लेखन को लेकर वह पूर्वांचल गौरव पुरस्कार समेत राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।
बुधवार को नैनीताल पहुंचे डॉ. मिश्रा ने बताया कि लोकेशन को लेकर निदेशक सत्यजीत मिश्रा के साथ उत्तराखंड के विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया तो शूटिंग के लिए इससे बेहतर और कोई जगह ही नहीं लगी। जान अभी बाकी है फिल्म लव स्टोरी आधारित है। फिल्म में प्रकृति से जुड़ाव को भी प्रमुखता से दर्शाया गया है। मूल रूप से लखनऊ निवासी फिल्म निदेशक सत्यजीत मिश्रा ने बताया कि उत्तराखंड से उनका गहरा नाता रहा है। रुड़की आइएमएस से पढ़ाई के बाद दिल्ली में नौकरी की लेकिन मन को नहीं लगा। इसके बाद वह मुंबई चले गए। जहां शॉट फिल्मों से करियर की शुरुआत की। पढ़ाई के दिनों में उत्तराखंड के कई पर्यटन स्थलों की जानकारी होने के कारण इसे फिल्म के लिए फाइनल लोकेशन बना दिया गया।
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