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रानीखेत में गुलदार से 10 मिनट तक लड़ा दुकानदार, अस्पताल में चल रहा इलाज

गोपाल दत्त बीती देर शाम प्रतिष्ठान बंद कर अपने गांव कफुल्टी के लिए रवाना हुए। तिमला के समीप काफल के पेड़ पर बैठे गुलदार ने एकाएक उन पर हमला कर दिया। पर उन्होंने हार नहीं मानी और वह भी गुलदार से भिड़ गए।

By Prashant MishraEdited By: Updated: Thu, 01 Apr 2021 03:58 PM (IST)
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लोगाें ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए पिंजरा लगाए जाने की मांग उठाई।
जागरण संवाददाता, ताडीख़ेत (रानीखेत) : मुख्य बाजार स्थित दुकान से घर जा रहे व्यापारी पर घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया। जान बचाने की खातिर व्यापारी ने भी करीब दस मिनट तक गुलदार से संघर्ष किया। हो-हल्ला होने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया। गंभीर रूप से घायल व्यापारी को सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार किया। वहीं, ग्रामीणों ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है।

मुख्य बाजार में दुकान चलाने वाले गोपाल दत्त बीती देर शाम प्रतिष्ठान बंद कर अपने गांव कफुल्टी के लिए रवाना हुए। तिमला के समीप काफल के पेड़ पर बैठे गुलदार ने एकाएक उन पर हमला कर दिया। गुलदार ने गोपाल सिंह की छाती, हाथ व कंधे पर गुलदार ने नाखून गाड़ दिए। पर उन्होंने हार नहीं मानी और वह भी गुलदार से भिड़ गए। करीब दस मिनट तक वह गुलदार से संघर्ष करते रहे। चीख-पुकार की आवाज सुन आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। हल्ला होने पर गुलदार जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ।

गंभीर रूप से घायल दुकानदार को निजी वाहन से सीएससी ताड़ीखेत लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। घटना की सूचना पाकर वन क्षेत्राधिकारी हरीश टम्टा, होशियार नाथ गोस्वामी मौके पर पहुंचे तथा तत्काल सहायता के लिए पांच हजार की राशि पीडि़त को दी। स्थानीय लोगों व ग्राम प्रधान पुष्पा देवी ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए पिंजरा लगाए जाने की मांग उठाई।

चेताया कि यदि उपेक्षा की गई तो वन विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस दौरान ग्राम प्रधान मनजीत भगत, हरीश पपनै, तारा दत्त्त पपनै, ललित मेहरा, दीपचंद्र, योगेश, निरंजन सिंह, डा. अंशुल सिरोही, डा. भारत आदि मौजूद रहे।

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