छात्रवृत्ति घोटाला मामले में में एसआइटी ने चार आरोपिताें को गिरफ्तार किया nainital news
छात्रवृत्ति घोटाले मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसआइटी ने जांच के बाद उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले की एक प्राइवेट आइटीआइ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 16 Nov 2019 09:15 AM (IST)
हल्द्वानी/भीमताल, जेएनएन : बहुचर्चित दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाला मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसआइटी ने जांच के बाद उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले की एक प्राइवेट आइटीआइ के खिलाफ पूर्व में मुकदमा दर्ज किया था। आइटीआइ प्रबंधन ने बिचौलिये व बैंक प्रबंधन की मिलीभगत से सात छात्रों के नाम पर करीब 2.90 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का गबन किया था। एक आरटीआइ से हरिद्वार व देहरादून जिले में दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाला उजागर होने के बाद उच्च न्यायालय ने राज्य के अन्य जिलों में दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच एसआइटी से कराने के आदेश दिए थे।
एसआइटी ने समाज कल्याण विभाग नैनीताल से वर्ष 2011-12 से 2019-20 तक वितरित दशमोत्तर छात्रवृत्ति का रिकार्ड लिया। टीम ने 150 सरकारी व संस्थागत इंटर कालेजों, उच्च शिक्षण संस्थानों के 1800 छात्रों का सत्यापन किया गया। इसके अलावा बाहरी राज्यों के 62 शिक्षण संस्थान भी एसआइटी ने जांच के दायरे में लिए। इन्हें जिला समाज कल्याण विभाग नैनीताल से दशमोत्तर छात्रवृत्ति भेजी गई थी। एसआइटी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की कृष्णा आइटीआइ कमालपुर, छुटमलपुर को भी जिला समाज कल्याण अधिकारी नैनीताल के कार्यालय से सात छात्रों की छात्रवृत्ति 289100 रुपये शाखा प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक फतेहपुर जनपद सहारनपुर को भेजी ई थी। इन सातों छात्रों के खाते पंजाब नेशनल बैंक फतेहपुर में खोले गये थे। एसआइटी ने छात्रवृत्ति के लाभार्थियों से पूछताछ की तो पता चला कि किसी भी छात्र ने कृष्णा आइटीआइ में पढ़ाई नहीं की और न छात्रवृत्ति ली। छात्रों ने बताया कि कुछ लोग साल 2014 में उनके पास आकर डिग्री व छात्रवृत्ति मिलने के झूठे आश्वासन देकर शैक्षिक अभिलेख मांगकर ले गए थे।
एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि जांच में पता चला कि कृष्णा आइटीआइ कमालपुर, छुटमलपुर के प्रधानाचार्य पे बिचौलिये के माध्यम से रामनगर क्षेत्र के छात्रों को चिह्नित कर उनके प्रमाण पत्र लिए। इसके बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी नैनीताल के कार्यालय अभिलेखों में अपने यहां शिक्षाग्रहण करना दर्शाकर सातों छात्रों की छात्रवृत्ति प्राप्त कर ली।
एसआइटी के दारोगा दान सिंह मेहता की ओर से प्रधानाचार्य, कृष्णा आइटीआइ, बिचौलिये व पंजाब नेशनल बैंक फतेहपुर जनपद सहारनपुर के अफसर व कर्मचारियों के विरुद्ध अपराधिक षडय़ंत्र रचकर फर्जी दस्तावेज से सरकारी धन के गबन की मुकदमा दर्ज किया गया था।
इन आरोपितों की हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने शंशाक जैन पुत्र सुरेंद्र जैन निवासी 10 वकील रोड नई मंडी मुजफ्फरनगर, रमेश अग्रवाल पुत्र स्व. श्री प्रेम चंद्र अग्रवाल निवासी बी-52 ईस्ट ऑफ कैलाश नई दिल्ली, आनंद प्रकाश गर्ग पुत्र स्व. सागर मल निवासी गंगा कापूर नगर कॉलोनी हापुड़ व अनिल कपूर पुत्र स्व. प्रकाश कपूर निवासी डी-45 निवासी नोएडा को गिरफ्तार कर लिया।यह भी पढ़ें : दलालों व संस्थानों के बाद अब अधिकारियों की बारी
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