पिथौरागढ़ पहुंची छात्रवृत्ति घोटाले की आंच, एसआइटी पिछले पांच सालों के आंकड़े जुटा रही nainital news
छात्रवृत्ति घोटाले की आंच पिथौरागढ़ तक भी पहुंच गई है। इसके लिए गठित एसआइटी ने पिछले पांच वर्षो के दौरान छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों के आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 27 Jan 2020 06:45 PM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की आंच पिथौरागढ़ तक भी पहुंच गई है। इसके लिए गठित एसआइटी ने पिछले पांच वर्षो के दौरान छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों के आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं। अगले एक माह के भीतर जांच पूरी कर ली जाएगी। प्रदेश के कई जिलों में समाज कल्याण विभाग के माध्यम से दी जाने वाली छात्रवृत्ति में बड़े घोटाले की पुष्टि हुई है।
शैक्षिक संस्थानों के प्रारंभिक आंकड़े जुटाए कई स्थानों पर फर्जीबाड़ा कर छात्रवृत्ति डकार ली गई है। मामला करोड़ों का है। सीमांत पिथौरागढ़ जनपद में भी अब इसकी जांच शुरू हो गई है। इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है। एसआइटी ने पिथौरागढ़ में स्थित शैक्षिक संस्थानों के प्रारंभिक आंकड़े जुटा लिए हैं। विद्यालयों, बैंक शाखाओं के साथ ही छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों से व्यक्तिगत सम्पर्क किया जा रहा है। जिला स्तर पर विद्यालयों और अन्य संस्थानों से आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। एसआइटी ने अगले एक माह में जांच पूरी कर लेने का लक्ष्य तय किया है।
मिशन इंटर कॉलेज में लाभार्थी तलबमिशन इंटर कालेज ने वर्ष 2011 से 15 तक छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से शीघ्र विद्यालय में सम्पर्क करने को कहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य पीआर डीन ने कहा है कि अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति के जिन छात्रों ने वर्ष 2011 से 2015 तक समाज कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति प्राप्त की है वह विद्यालय में आकर अपना विवरण उपलब्ध कराएं।
बाहरी जिलों में जांच के लिए भेजी गई टीम आरएस रौतेला, पुलिस क्षेत्राधिकारी, पिथौरागढ़ ने बताया कि जनपद के शिक्षण संस्थानों की जांच पूरी कर ली गई है। अब बाहरी जनपदों में स्थित शिक्षण संस्थानों में जांच के लिए टीम भेजी गई है। जिले में फिलहाल कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। बाहरी जनपदों से भी रिपोर्ट जल्द प्राप्त कर ली जाएगी। पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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