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रोजगार की तलाश में 10 दिन पहले MP से Uttarakhand आया परिवार, रात में हुआ कुछ ऐसा कि अगली सुबह नहीं देख पाए दो मासूम

Snake Bite मध्य प्रदेश से रोजगार की तलाश में आए व्यक्ति ने सर्पदंश की वजह से पहले बेटी और उसके बाद बेटे को भी खो दिया। दो मासूमों को खोने की वजह परिवार सदमे में हैं। मध्य प्रदेश के पन्ना जिला गुन्नौर निवासी सुनील गांव में ही खेतीबाड़ी और मजदूरी कर परिवार पाल रहा था। जिसके बाद वह परिवार के साथ किराये के कमरे में रहने लगा।

By ganesh joshi Edited By: Nirmala Bohra Published: Sat, 29 Jun 2024 01:34 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2024 01:34 PM (IST)
Snake Bite: रोजगार की तलाश में आए पिता ने बेटी के बाद बेटा भी खोया

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । Snake Bite: मध्य प्रदेश से रोजगार की तलाश में रामनगर के पीरूमदारा आए व्यक्ति ने सर्पदंश की वजह से पहले बेटी और उसके बाद बेटे को भी खो दिया। दोनों की एसटीएच में उपचार के दौरान मौत हो गई। दो मासूमों को खोने की वजह परिवार सदमे में हैं।

मोर्चरी में शव लेने पहुंचे पिता को साथी मजदूर ढांढस बंधाने के साथ संभालने में जुटे थे। इस घटना के बारे में जिसे भी पता चला, उसकी आंखें भर आ रही थीं। मध्य प्रदेश के पन्ना जिला गुन्नौर निवासी सुनील गांव में ही खेतीबाड़ी और मजदूरी कर परिवार पाल रहा था।

परिवार के साथ किराये के कमरे में रहने लगा

परिवार में पत्नी के अलावा बेटा अनिकेत (दस वर्ष), देव (छह) और बेटी नित्या (तीन) हैं। करीब दस दिन पहले सुनील परिवार को लेकर रामनगर के पीरूमदारा पहुंचा था। राजमिस्त्री का काम जानने के कारण स्थानीय ठेकेदार ने यहां बुलाया था, जिसके बाद वह परिवार के साथ किराये के कमरे में रहने लगा।

परिवार को उम्मीद थी कि लगातार काम मिलने पर आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी, मगर बुधवार की रात परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। रात में सभी कमरे में सो रहे थे। बेटा देव और बेटी नित्या नीचे जमीन पर लेटे थे। इस बीच घर में घुसे सांप ने दोनों को डस लिया

बच्चों के दर्द की वजह से चिल्लाने पर सुनील ने लाइट खोली तो घटना का पता चला। इसके बाद वह देव और नित्या को लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचा। हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने एसटीएच रेफर कर दिया। यहां उपचार के दौरान पहले बेटी की मौत हो गई, जबकि देव की स्थिति गंभीर बताई गई। लेकिन गुरुवार देर रात उसने भी दम तोड़ दिया।

भूल से गलत नाम दर्ज हो गया

नित्या की मौत के बाद गुरुवार को उसका पोस्टमार्टम करवाया गया, लेकिन भूल से रिकार्ड में पिता का नाम गलत चढ़ गया। वहीं, शुक्रवार को बेटे का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे सुनील को इस बात का पता चला। हालांकि, वन विभाग तक यह जानकारी पहुंची चुकी है। लिहाजा, मुआवजे में दिक्कत नहीं आएगी।


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