दिनभर आसमान में रहा बादलों का डेरा, हिमालयी चोटियों पर हिमपात से बढ़ी ठंड nainita news
उत्तराखंड का मौसम मिजाज बदलने लगा है। चोटियों पर हो रहे हिमपात के कारण तापमामान नीचे गिरा है। लोगों ने सर्द से बचने के लिए गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 14 Nov 2019 07:28 PM (IST)
नैनीताल, जेएनएन : उत्तराखंड का मौसम मिजाज बदलने लगा है। चोटियों पर हो रहे हिमपात के कारण तापमामान नीचे गिरा है। लोगों ने सर्द से बचने के लिए गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। नवंबर के शुरुआती दिनों में ही मौसम का यूं करवट बदलना इस बार कड़़ाके की और लंबी अवधि तक पड़ने वाली ठंड का अहसास करा रहा है। नैनीताल में भी इस बार अच्छा-खासा हिमपात होने की उम्मीद है। ऐसे में इस बार पर्यटन सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। गुरुवार को पिथौरागढ़ और बागेश्वर की चोटियों पर हिमपात हुआ।
गुरुवार को कुमाऊं भर में पूरे दिन धुंध छाई रही। आसमान में बादलों का डेरा रहा। अचानक मौसम बदलने से घाटियों में ठंड बढ़ गई हैं। मुनस्यारी की उच्च हिमालयी चोटियों पर तो बागेश्वर के पिंडारी घाटी क्षेत्र में हिमपात हुआ। खाती, बाछम, गोगिना आदि क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ ही निचली घाटियों में बारिश भी हुई है। बागेश्वर जिला मुख्यालय में भी बूंदाबांदी हुई।
16 डिग्री पहुंचा बागेश्वर का न्यूनतम तापमान
गुवार को बागेश्वर का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बदले मौसम से आम जनजीवन खासा प्रभावित दिखा। बाजार भी अन्य दिनों की अपेक्षा सुनसान ही दिखाई दी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बारिश के बाद अब पहाड़ में तेजी से ठंड बढ़ेगी। आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि किसी प्रकार की फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है। मौसम पर नजर रखी जा रही है। सभी संबंधितों को इस मौसम में अलर्ट रहने को कहा गया हैं।
पिथौरागढ़ में चलती रही ठंड हवा गुरुवार को जिला मुख्यालय में आसमान बादलों से ढका। 11 बजे धूप के हल्के दर्शन हुए, लेकिन थोड़ी ही देर में फिर बादलों ने डेरा जमा लिया। ठंडी हवाएं चलती रही। तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जहां तापमान 23 डिग्री सेंटीग्रेट तक था वहीं बुधवार को यह 21 डिग्री तक आ गया। मुख्यालय के लोग देर सायं तक बारिश का इंतजार करते रहे, लेकिन लोगों के हाथ मायूसी ही लगी। ठंड के चलते गुरुवार को बाजार में पहुंचे लोग गरम कपड़ों में नजर आए। उधर मुनस्यारी तहसील में भी आसमान बादलों से ढका रहा। ऊंची चोटी पंचाचूली, हंसालिंग, राजरंभा में हिमपात हुआ, जिससे निचले इलाकों में ठंड में इजाफा हो गया है। आसमान बादलों से ढका होने के कारण हिमालय दर्शन के लिए आए पर्यटकों को मायूसी झेलनी पड़ी। जिले के बेरीनाग, गंगोलीहाट, डीडीहाट में भी दिन भर बादल छाए रहे। बारिश नहीं होने से किसान मायूस हैं।
रबी की फसलों के लिए फायदेमंद होगी बारिश अमरेंद्र चौधरी, मुख्य कृषि अधिकारी, पिथौरागढ़ ने बताया कि शीतकालीन बारिश का समय हो चुका है। रबी फसल की बुआई भी हो चुकी है, अब फसल, साग-सब्जी आदि के लिए बारिश जरूरी है। इस समय बारिश हुई तो रबी फसलों के साथ ही साग-सब्जी की अच्छी बढ़त होगी। खेतों में फिलहाल नमी का स्तर सामान्य है। यह भी पढ़ें : विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को बेहद सस्ती दरों पर बिजली देने के मामले में हाईकोर्ट ने मांगा ब्योरा
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