उत्तराखंड में 15 दिन पहले स्वाइन फ्लू ने दे दी थी दस्तक, मामले को दबाए रहा स्वाथ्य विभाग; जारी नहीं किया अलर्ट
Swine flu in Uttarakhand उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दी है। पिछले 15 दिनों में छह मरीज सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को दबाए रखा। स्वाइन फ्लू खांसने और छींकने से तेजी से फैलता है। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड की जरूरत पड़ती है। बचाव के लिए हाथ धोएं मास्क पहनें और स्वस्थ आहार लें।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । Swine flu in Uttarakhand: डेंगू मच्छर के तीखे डंक से लोग बेहाल हो ही रहे थे कि अब स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक देकर खतरा और बढ़ा दिया है। शहर में पिछले 15 दिन से स्वाइन फ्लू के रोगी अस्पतालों में भर्ती हो रहे थे, मगर स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले का दबाए रखा।
अब तक छह मरीज सामने आ चुके हैं, मगर किसी भी मरीज की सूचना उसने सार्वजनिक नहीं की। शहर के लोगों की स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर एक अलर्ट तक जारी करना भी जरूरी नहीं समझा, जबकि यह बीमारी खांसने, छींकने से तेजी से फैलने लगती है।
अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड समेत अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत पड़ती है। सीएमओ डा. हरीश पंत ने बताया कि अधिकांश मरीज बाहर से प्रभावित होकर आए थे। आइसालेशन की सुविधा प्रदान की गई थी। अन्य मरीजों में दहशत न फैले, इसलिए भी अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। इलाज के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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- इन्फ्लूएंजा ए वायरस का प्रकोप
- प्रभावित सुअरों से संपर्क में आना
- वायरस के संपर्क में आना
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
ये होते हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
- तेज बुखार आना
- खांसी होना
- जुकाम लगा रहना
- सिरदर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान अधिक होना
बचाव के लिए ये करें
- हाथों को नियमित रूप से धोएं
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
- सूअरों के संपर्क में न आएं
- स्वस्थ आहार लेकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाएं
स्वाइन फ्लू भी अन्य तरह के फ्लू की तरह ही है। एक व्यक्ति को हो जाए तो दूसरों में तेजी से फैलने लगता है। इसमें विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। मरीज को मास्क पहनना चाहिए। इलाज के लिए आइसोलेशन में रखने की भी जरूरत पड़ती है। अगर किसी को इस तरह के लक्षण दिखें तो डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए।
डा. नीलांबर भट्ट, वरिष्ठ फिजीशियन