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साउथ एशियंस गेम्स में स्‍वर्ण जीतने वाली लतिका ने ओलंपिक को लेकर कही ये बात nainital news

साउथ एशियंस गेम्स के ताइक्वांडो मुकाबले में देश के लिए स्वर्ण पदक जीत चुकी लतिका भंडारी टोकियो में अगले साल प्रस्तावित ओलंपिक में क्वालीफाई को लेकर बेहद आशान्वित है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 20 Dec 2019 01:27 PM (IST)
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साउथ एशियंस गेम्स में स्‍वर्ण जीतने वाली लतिका ने ओलंपिक को लेकर कही ये बात nainital news
नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल की बेटी और हाल ही में साउथ एशियंस गेम्स के ताइक्वांडो मुकाबले में देश के लिए स्वर्ण पदक जीत चुकी लतिका भंडारी टोकियो में अगले साल प्रस्तावित ओलंपिक में क्वालीफाई को लेकर बेहद आशान्वित है। लतिका अगले साल ओलंपिक क्वालीफाइंग राउंड में हिस्सा लेगी। उसका कहना है कि राज्य सरकारों को चाहिए कि खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए प्रोत्साहन दे, पदक जीतने के बाद प्रोत्साहन का खिलाड़ी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। लतिका चाहती है कि उसका सामना उत्तराखंड के खिलाड़ी से न हो।

गुरुवार को शहीद सैनिक स्कूल में पदक विजेता लतिका के सम्मान में समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पूर्व ओलंपियन राजेंद्र सिंह रावत, प्रधानाचार्य बिशन सिंह मेहता, उप प्रधानाचार्य रवींद्र कुमार ने लतिका को प्रतीक चिह्न प्रदान किया। पूर्व ओलंपियन राजेंद्र रावत का भी सम्मान किया गया। इस दौरान लतिका के पिता महेंद्र सिंह व माता नीमा भंडारी का भी अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर प्रवीण सती, प्रेमा साह, केदार सिंह राठौर, मीनाक्षी बिष्टï, गोविंद बोरा, प्रहलाद आर्य, आलोक साह, रोहित वर्मा आदि मौजूद थे।

राज्य सरकार के रवैये से मायूसी

शहीद सैनिक स्कूल में सम्मान समारोह से खुश लतिका राज्य सरकारों के रवैये से बेहद निराश है। लतिका 2009 में नैनीताल से मध्य प्रदेश चली गई थी। वर्तमान मेंं मध्य प्रदेश से ही खेल रही हैं। दो साल पहले उत्तराखंड की एसोसिएशन से संपर्क किया मगर सकारात्मक जवाब नहीं मिला।  खिलाडिय़ों को तैयार करने में खर्च करना चाहिए। समारोह के बाद भेंट वार्ता में लतिका ने कहा कि राज्य में खेल नीति है मगर उसका फायदा खिलाडिय़ों को नहीं मिलता है। खेल सुविधाएं होती तो राज्य की खेल प्रतिभाएं पलायन क्यों करेंगी। उसने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जो पल जी रहे हैं, उसका आनंद उठाएं। अनुशासन में रहकर कठिन मेहनत कर लक्ष्य हासिल करें। बच्चों को इस तरह सफलता हासिल करनी चाहिए कि मां-बाप को उनके नाम से जाना जाए। लतिका अब 57 किग्रा वर्ग से खेलेगी।

उपलब्धियों की फेहरिस्त गिनाई

समारोह में प्रधानाचार्य बिशन सिंह मेहता ने लतिका की उपलब्धियों की फेहरिस्त गिनाई। ताइक्वांडो में लतिका ने हाल ही में साउथ एशियन गेम्स में 53 किग्रा वर्ग में स्वर्ण, 2018 में ओपन ताइक्वांडो में स्वर्ण, 2017 राष्ट्रमंडल खेल में रजत, उजबेकिस्तान में प्रेसीडेंट कप में रजत, 2016 शिलांग में आयोजित दक्षिण एशियाई खेल में स्वर्ण, जबकि नेशनल प्रतियोगिता में पांच गोल्ड पदक जीते हैं।

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