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नैनीताल में हुआ सीजन का पहला हिमपात, बर्फ से लकदक हुईं हिमालय की चोटियां nainital news

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में ठंडक घुलने लगी है। गुरुवार को पारा फिर लुढ़क गया। लोगों ने गरम कपड़े निकाल लिए। हीटर भी जलने लगे हैं।

By Edited By: Updated: Fri, 13 Dec 2019 09:19 AM (IST)
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नैनीताल में हुआ सीजन का पहला हिमपात, बर्फ से लकदक हुईं हिमालय की चोटियां nainital news
हल्द्वानी, जेएनएन : मौसम विभाग की चेतावनी सच हुई। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण मौसम ने करवट ली। कुमाऊं के सभी जिलों में देर रात गरज-चमक के साथ शुरू हुई बारिश ने दिसंबर का अहसास करा दिया। शुक्रवार सुबह भी आसमान बादलों से घिरा है और बारिश जारी है। नैनीताल समेत कुमाऊं के कई जिलों में सीजन का पहला हिमपात हुआ। बागेश्वर, पिथौरागढ़, समेत पहाड़ी जिलों से लगीं हिमालयी चोटियां और गांव बर्फ से लकदक हो गए हैं। हिमपात अब भी जारी है ऐसे में पर्यटकों के भी बड़ी तादाद में पहुंचने की संभावना बढ़ गई है।

हिमपात के कारण बढ़ी गलन

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में ठंडक घुलने लगी है। गुरुवार को नैनीताल जिले के साथ तराई-भाबर में बादल छाए रहे। हिमालय से आ रही ठंडी हवाओं से हल्द्वानी का अधिकतम तापमान तीन डिग्री की गिरावट के साथ 20.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। कुमाऊं के कई जिलों में बारिश व बर्फबारी हो रही है। इसके साथ हाडकंपाने वाली ठंडक ने भी दस्‍तक दे दी है। गुरुवार को हल्द्वानी का न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं शुक्रवार सुबह तक ये काफी गिर गया है। मुक्तेश्वर में गुरुवार का अधिकतम व न्यूनतम क्रमश: 7.2 डिग्री व 3.8 डिग्री देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि हिमपात के कारण तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि शनिवार से धूप भी खिल सकती है।

रिकॉर्ड : 2007 रहा था सर्वाधिक ठंडा

मौसम विभाग के मुताबिक 2007 दिसंबर में हल्द्वानी सर्वाधिक सर्द रही थी। 31 दिसंबर 2007 को हल्द्वानी का न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री पहुंच गया था। वहीं, मुक्तेश्वर में 29 दिसंबर 1991 सर्वाधिक ठंडा रहा। तब मुक्तेश्वर का तापमान माइनस 5.7 डिग्री तक पहुंच गया था।

नैनीताल में कड़ाके की ठंड शुरू

सरोवर नगरी में गुरुवार से ही को सर्द हवा के साथ ही आसमान में घने बादलों से घिरा रहा । हल्की बूंदाबांदी भी हुई, जिससे ठंड में खासा इजाफा हो गया है। ठंड से राहत पाने के लिए लोगों को दिन में ही अंगेठी व हीटर का सहारा लेना पड़ा। वहीं रात में शुरू हुए बारिश और हिमपात के कारण अचानक से गलन बढ़ गई। सैलानियों को भी ठंड से दो चार होना पड़ा। जीआइसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 12 व न्यूनतम चार से पांच डिग्री सेल्सियस रहा। आ‌र्द्रता अधिकतम 85 व न्यूनतम 55 प्रतिशत रही।

अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ जिले में आज बंद रहेंगे सरकारी और निजी स्कूल

पिथौरागढ़/अल्मोड़ा : मौसम विभाग की 12 व 13 दिसंबर को पहाड़ पर भारी बारिश और हिमपात की चेतावनी को देखते हुए दोनों जिलों के जिला प्रशासन ने अपने-अपने जिलों में सरकारी व निजी स्कूलों में शुक्रवार (12 दिसंबर) का अवकाश घोषित कर दिया है। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के अवकाश भी रद कर दिए हैं, साथ ही जो लोग अवकाश पर थे भी, उन्हें ड्यूटी पर पहले ही बुला लिया गया है। उन्होंने जिले के लोगों से सावधानी बरतने और अधिकारियों से अलर्ट रहने को कहा है।

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