महामारी बने डेंगू से अब तक दस मौतें, 958 मरीजों में अब तक हो चुकी है की पुष्टि
हल्द्वानी में महामारी का रूप ले चुके डेंगू से अब तक 10 मौतें हो चुकी हैं। वहीं मंगलवार को 15 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने से अाधिकारिक तौर पर अब तक 958 हो चुकी है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 18 Sep 2019 12:08 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी में महामारी का रूप ले चुके डेंगू से अब तक 10 मौतें हो चुकी हैं। वहीं मंगलवार को 15 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने से अाधिकारिक तौर पर अब तक 958 हो चुकी है। यह आंकड़ा सिर्फ सरकारी अस्पतालों का है। निजी अस्पतालों का फिलहाल कोई रिकाॅर्ड नहीं है। सोमवार को बुखार व डेंगू के संदिग्ध लक्षणों के चलते सफाई कर्मचारी समेत दो मरीजों की मौत हो गई थी। वहीं मरीजों का निरंतर आना अब भी जारी है।
सोमवार को राजपुरा के 22 वर्षीय रवि कुमार वार्ड नंबर 15 में सफाई कर्मचारी था। सफाई नायक अमरदीप चौधरी ने बताया कि रवि को तीन दिन से बुखार था। सोमवार सुबह आठ बजे विवेकानंद अस्पताल में उसे भर्ती किया गया था। अस्पताल के सीएमडी डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि मरीज डेंगू शॉक सिंड्रोम में था। एनएस वन पॉजिटिव था। लीवर भी पूरी तरह खराब हो गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं, लाइन नंबर 17 के 24 वर्षीय फैजान को परिजनों ने 14 सितंबर को बेस अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से उसे एसटीएच के लिए रेफर कर दिया गया था। वहां से परिजन बृजलाल अस्पताल ले गए। तबीयत अधिक खराब होने पर वे फैजान को श्रीराम मूर्ति अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि उसमें डेंगू के लक्षण थे। वहीं सीएमओ डॉ. भारती राणा ने बताया कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
पैथोलॉजी केंद्रों में मची मारामारी
डेंगू की दहशत का असर पैथोलॉजी केंद्रों में दिख रहा है। सुबह से ही सरकारी व निजी पैथोलॉजी केंद्रों में भीड़ उमड़ रही है। कुछ लोग डॉक्टर के परामर्श पर जांच करा रहे हैं तो कई ऐसे हैं जो बुखार आते ही जांच कराने पैथोलॉजी केंद्र पहुंच जा रहे हैं।यह भी पढ़ें : जन औषधि केंद्रों के खिलाफ डीएम ने की बड़ी कार्रवाई, स्पेशल आडिट की भेजी सिफारिश
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