पंतनगर किसान मेले में नर्सरी, सब्जी अनुसंधान केंद्र के स्टॉल पर लगी रही भीड़
अखिल भारतीय किसान मेला व उद्योग प्रदर्शनी के दूसरे दिन नर्सरी व सब्जी अनुसंधान केंद्र के स्टाल पर भीड उमड़ी रही। मेले में हैंडलूम पर ऐपण आकर्षण का केंद्र रहा। गृह विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं ने उत्तराखंड की संस्कृति ऐपण की हैंडलूम में डिजाइन तैयार की है।
By Prashant MishraEdited By: Updated: Tue, 23 Mar 2021 09:58 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पंतनगर : पंत विवि की अखिल भारतीय किसान मेला व उद्योग प्रदर्शनी के दूसरे दिन नर्सरी व सब्जी अनुसंधान केंद्र के स्टाल पर भीड उमड़ी रही। मेले में हैंडलूम पर ऐपण आकर्षण का केंद्र रहा। गृह विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं ने उत्तराखंड की संस्कृति ऐपण की हैंडलूम में डिजाइन तैयार की है।
मेले में गृह विज्ञान महाविद्यालय की एमएसएसी प्रथम वर्ष की छात्रा मानसी ङ्क्षसह, नेहा व रेनू ने ऐपण का हैंडलूम पर डिजाइन तैयार की है। छात्राओं ने बताया कि राज्य के ऐपण ही नहीं, बल्कि वन्य जीवों के भी डिजाइन बनाए गए हैं। अभी तक घरों की फर्श व दीवारों पर ही ऐपण बनाया जाता है। बेडशीट, तकिया, साड़ीज, जैकेट के बार्डर पर, तौलिये, बैग पर ऐपण बनाए गए हैं। इससे प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि हैंडलूम पर ऐपण डिजाइन कैसे बनेगी, इसके लिए लोगों को ट्रेङ्क्षनग दी जाएगी। सब्जी अनुसंधान केंद्र, टीडीसी, नर्सरी, कृषि महाविद्यालय, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, मानविकी विज्ञान महाविद्यालय आदि स्टालों पर भीड़ लगी रही। लोगों ने फल, फूल व बीज की विभिन्न प्रजातियों की खरीदारी की।
खरीफ फसलों व पौधो की बिक्री
किसान मेले में लगे स्टालों से खरीफ की विभिन्न फसलों के बीजों की बिक्री हो रही है। प्रजनक बीज उत्पादन केंद्र तथा फसल अनुसंधान केंद्र ने करीब 6.50 लाख रुपये के विभिन्न खरीफ फसलों के बीजों की बिक्री की है। उद्यान विज्ञान अनुसंधान केंद्र, सब्जी अनुसंधान केंद्र, कृषि वानिकी अनुसंधान केंद्र, औषधीय एवं संगंध पौध अनुसंधान केंद्र, पुष्प उत्पादन केंद्र तथा एटिक के स्टालों से लगभग एक लाख रुपये के बीज व पौधों की बिक्री की गई। प्रकाशन निदेशालय तथा एटिक के स्टाल से लगभग 40 हजार रुपये के प्रकाशनों की बिक्री की गई।
मेले के दौरान शैक्षणिक पशुधन प्रक्षेत्र पर आज संकर बछियों की नीलामी में किसानों ने हिस्सा लिया। मत्स्य उत्पादन प्रदर्शनी व प्रतियोगिता हुई। मेले में आए किसानों को विवि के आदर्श पुष्प विज्ञान केंद्र, सब्जी अनुसंधान केंद्र, औषधीय पौध अनुसंधान व विकास केंद्र, उद्यान अनुसंधान केंद्र तथा कृषि वानिकी अनुसंधान केंद्र का भ्रमण कराया गया। जबकि बुधवार को उन्हें नारमन ई. बोरलॉग फसल अनुसंधान केंद्र, मधुमक्खी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, शैक्षणिक मत्स्य प्रक्षेत्र, शैक्षणिक डेरी फार्म तथा शैक्षणिक कुक्कुट फार्म का भ्रमण कराया गया था। जहां पर किसानों को वैज्ञानिकों ने विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों का विभिन्न स्थितियों में प्रदर्शन इत्यादि की जानकारी दी गई। करीब 1500 किसानों ने अपना पंजीकरण कराया।
एक हजार अपंजीकृत किसानों ने भी मेले का भ्रमण किया। मेले में विष्वविद्यालय के उत्तराखण्ड में फैले सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए प्रसार शिक्षा का एक विशेष स्टाल 'कृषि विज्ञान केंद्र एक ²ष्टि मेंÓ लगाया गया। पिथौरागढ़ जिले के गैना अंचोली में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा काला भट्ट, लाल गहत, सफेद राजमा, भांग के प्रदर्शन हैं। गन्ने की किस्में, सोयाबीन, उर्द तथा धान की तकनीक कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी (हरिद्वार) के स्टाल पर, ढकरानी, देहरादून के कृषि विज्ञान केंद्र के स्टाल पर प्राकृतिक हर्बल रंग, ग्वालदम, चमोली के कृषि विज्ञान केंद्र पर रामदाना, राजमा, राजमा लाल, काला भट्ट और स्ट्राबेरी के पौधे आकर्षित कर रहे हैं। Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें
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