जमरानी बांध पेयजल योजना की डीपीआर में फिर होगा बड़ा बदलाव, 177 गांवों को मिलेगा लाभ; बड़े फिल्टर प्लांट का भी होगा निर्माण
वर्ष 2028 तक जमरानी बांध बनकर पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में लोगों को पेयजल सुविधा से जोड़ने के लिए पेयजल निगम की ओर से करीब 500 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई। उसके बाद डीपीआर में 177 गांव को भी शामिल करने की योजना बनाई गई। अब अभियंताओं की ओर से डीपीआर में बदलाव किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Jamrani Dam Project: जमरानी बांध पेयजल योजना की डीपीआर में फिर बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। योजना के तहत हल्द्वानी के 60 वार्डों के साथ ही 177 गांव के लोगों को भी पेयजल देने की योजना है।
इसके लिए शहर में 140 किलोमीटर तो गांव में 200 किलोमीटर पेयजल नेटवर्क बिछाया जाएगा। साथ ही दमुवाढूंगा में बड़ा फिल्टर प्लांट का निर्माण भी किया जाएगा। जिससे सीधे ओवरहेड टैंकों में पानी सप्लाई किया जाएगा।
पेयजल निगम की ओर से 500 करोड़ की डीपीआर
वर्ष 2028 तक जमरानी बांध बनकर पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में लोगों को पेयजल सुविधा से जोड़ने के लिए पेयजल निगम की ओर से करीब 500 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई। उसके बाद डीपीआर में 177 गांव को भी शामिल करने की योजना बनाई गई। अब अभियंताओं की ओर से डीपीआर में बदलाव किया जा रहा है।माना जा रहा है कि डीपीआर की लागत करीब 1000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। इसके माध्यम से शहर की छह लाख आबादी के साथ ही गौलापार, चोरगलिया, लालकुआं, बाखड़ा, बेलबाबा तक ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल कनेक्शन दिया जाएगा।
जमरानी बांध पेयजल योजना से शहर के मानकों के मुताबिक 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी तो ग्रामीण क्षेत्रों में 55 लीटर प्रति व्यक्ति पानी दिया जाएगा।
पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता एके कटारिया ने बताया कि जमरानी पेयजल योजना से अब शहर के साथ ही 177 गांव को भी पानी देने की योजना बनाई गई है। इन गांव में कितनी आबादी है इसका चुनाव के बाद सर्वे किया जाएगा। उसके बाद पूरी डीपीआर फाइनल कर शासन में भेजी जाएगी, स्वीकृति मिलने के बाद पेयजल संबंधी निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।यह भी पढ़ें- 'पिथौरागढ़ के कितने विद्यालयों में शिक्षकों की कमी', HC ने धामी सरकार से पूछा सवाल; केंद्र सरकार से भी मांगी रिपोर्ट
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