आखिर जंगल में कोई क्यों छोड़ गया हजारों मुर्गियां, प्रशासन ने गड्ढा खुदवाकर दबवाया
हल्द्वानी में रामपुर रोड स्थित गांव से सटे जंगल में रविवार सुबह हजारों की संख्या में मुर्गी के चूजे मिलने से हड़कंप मच गया। इसमें जिंदा व मुर्दा दोनों थे।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 22 Mar 2020 09:11 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी में रामपुर रोड स्थित गांव से सटे जंगल में रविवार सुबह हजारों की संख्या में मुर्गी के चूजे मिलने से हड़कंप मच गया। इसमें जिंदा व मुर्दा दोनों थे। बताया जा रहा है कि संख्या करीब चार हजार तक थी। सूचना पर प्रशासन, फॉरेस्ट, पुलिस के अलावा पशु चिकित्सकों की टीम भी मौके पर पहुंच गई। सुरक्षा की दृष्टि से सभी को गड्ढा खोदकर दबा दिया गया। एसडीएम के निर्देश पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
अंजान लोग छोड़कर जंगल में चले गएपंचायत घर से अंदर की तरफ आनंदपुर गांव के पीछे का जंगल तराई केंद्रीय वन प्रभाग की भाखड़ा रेंज में आता है। रविवार सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों के साथ गांव के लोगों ने भी बड़ी संख्या में चूजों को जंगल क्षेत्र में देखा। जिसके बाद लोग भी डर गए। सूचना पर एसडीएम विवेक राय, पशु चिकित्सकों की टीम व टीपीनगर चौकी प्रभारी राहुल राठी भी मौके पर पहुंच गए। फिर जिंदा व मृत सभी चूजों को जेसीबी से गहरा गड्ढा खोद जमीन पर गाड़ दिया गया।
जांच को लिए दो चूजों का सैंपल
वेटरनी टीम ने जांच के लिए दो चूजों का सैंपल भी लिया है। एसडीएम विवेक राय ने बताया कि वन विभाग को मुकदमे के लिए निर्देशित भी किया गया। संख्या ज्यादा होने के कारण पूरी संभावना है कि इन्हें बड़ी गाड़ी में भरकर लाया होगा। किसी पोल्ट्री फार्मस्वामी द्वारा ही यह हरकत की गई होगी। लिहाजा, पुलिस गांव के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपित और वाहन को ट्रेस करने में जुटी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कोरोना के संक्रमण का सर पॉल्ट्री कारोबार पर भी पड़ा है। लोगों ने अंडा और चिकन का प्रयोग कम कर दिया है। तमाम सारी ऐसी फेक खबरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं कि अंडा और चिकन खाने से भी कोराेना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में तमाम सारे लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हाे गया है। आशंका जताई जा रही है इसी कारण चूजे छोड़े गए होंगे।
अंडे में सभी जरूरी पोषक तत्व कृषि से जुड़े कई सेक्टर से पॉल्ट्री अलग है जहां संगठित क्षेत्र में उत्पादन और मार्केटिंग की लागत बहुत कम है। अंडा बेहद उचित मूल्य में हाई क्वॉलिटी प्रोटीन का स्रोत है। इसमें प्रोटीन, ज़रूरी अमीनो एसिड, विटामिन ए, बी6, बी12 और फोलेट, आयरन, फास्फोरस, सेलेनियम, कोलीन और ज़िंक जैसे मिनरल भी मौजूद होते हैं। अंडा की मांग में आने वाली कमी गरीब तबके को पोषक तत्वों से दूर कर देगी।
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