पिथौरागढ़ में बादल फटा, आपदा में तीन की मौत, पांच घायल, 11 लापता
शनिवार रात मुनस्यारी और धापा में तेज बारिश और बादल फटने के कारण मची तबाही के बाद रविवार देर रात बंगापानी तहसील के गैला टांगा में भी तबाही मची।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 20 Jul 2020 09:35 PM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : शनिवार के बाद रविवार रात को सीमांत में बारिश ने फिर तबाही मचा दी। तहसील बंगापानी के टांगा और गैला गांवों में भारी भूस्खलन से मकानों के मलबे में दबने से तीन लोगों की मौत ह्रो चुकी है जबकि पांच घायल हैं। इसके अलावा 11 लोग लापता हैं।
गैला गांव में मलबे से तीनों शव निकाल लिए गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। घटनास्थल पर एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व और आपदा प्रबंधन की टीम पहुंच चुकी है। थल-मुनस्यारी मार्ग, टनकपुर-तवाघाट हाईवे सहित चीन सीमा को जोडऩे वाले तीनों मार्ग बंद हैं। मुनस्यारी और मदकोट में पेयजल लाइनें ध्वस्त हो गई हैं। दहशत में ग्रामीण पुश्तैनी मकान छोड़ कर सुरक्षित स्थानों को जा रहे हैं। गांवों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है।शनिवार रात सीमांत में बादल फटने से भारी तबाही मची। रविवार शाम भी मुनस्यारी, बंगापानी और धारचूला तहसीलों में बारिश ने फिर कहर बरपाया। मध्य रात्रि लगभग एक बजे के आसपास से बारिश ने कहर बरपाना शुरू किया। बंगापानी तहसील के दूरस्थ गांव गैला में तीन मकान मलबे की चपेट में आकर ध्वस्त हो गए। एक ही परिवार के 50 वर्षीय शेर सिंह पुत्र रतन सिंह, 45 वर्षीय गोविंदी देवी पत्नी शेर सिंह और 24 वर्षीय ममता पुत्री शेर सिंह की मौत हो गई। दो अन्य मकानों में रहने वाले प्रियंका, ढीला, रुक्मिणी देवी और डिगर सिंह घायल हो गए। शवों और घायलों को ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से निकाला ।
बंगापानी तहसील के टांगा मुनियाल गांव में भी बारिश ने कहर बरपाया। पहाड़ से गिरे मलबे में तीन मकान दब गए। 11 लोग लापता हैंं। एक ग्रामीण घायल है। इस गांव तक पहुंचने वाले मार्ग बह जाने तथा चट्टानों के बीच मार्ग नहीं होने से बचाव दल समय से नहीं पहुंच पाए। ग्रामीण लापता लोगों का पता लगाने में जुटे हैं। प्रशासन ने आइटीबीपी मिर्थी से मदद मांगी। मौके पर एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन टीम के साथ आइटीबीपी के जवान भी पह्रंच कर बचाव कार्य चला रहे हैं।
लापता लोगों के नाम
जीत राम पुत्र हुड़किया राम, पार्वती देवी पत्नी जीत राम, रोशन कुमार पुत्र जीत राम, माधो सिंह पुत्र चंद्र सिंह, तुलसी देवी पत्नी माधो सिंह, हीरा देवी पत्नी गणेश सिंह, दिव्यांशु पुत्र गणेश सिंह ,लक्की पुत्री गणेश सिंह, पुष्पा देवी पत्नी भीम सिंह , प्रतिमा देवी पत्नी खुशाल सिंह हैं। नंदन सिंह घायल है। उन्हें पिथौरागढ़ जिला अस्पताल भेजा गया है।
सीएम बोले - बचाव और राहत कार्य में न हो लापरवाही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि राहत और बचाव कार्य में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। सीएम ने बताया कि है एसडीआरएफ की दो टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। बाता, मदकोट में दो मकान ध्वस्ततीसरी घटना बाता, मदकोट की है। यहां दो मकान ध्वस्त हो गए। एक गाय और एक बकरी मलबे में दब गए हैं। दोनों परिवारों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है। चौथी घटना सिरतोला गांव की है। यहां तीन मकानों में मलबा घुस गया। परिवार सुरक्षित हैं। सभी स्थानों पर खोज एवं बचाव दल तैनात हैं।
एसडीएम गंगोलीहाट एक सप्ताह तक मुनस्यारी में तैनात मुनस्यारी क्षेत्र में बारिश के कहर को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. वीके जोगदंडे ने एसडीएम गंगोलीहाट बीएस फोनिया को एक सप्ताह के लिए मुनस्यारी तैनात कर दिया गया है। सीएमओ के एक मेडिकल टीम क्षेत्र मेंं तीन दिन के लिए तैनात करने के निर्देश दे दिए हैं। पूर्ति विभाग आपदा प्रभावितों को राशन के पैकेट प्रदान कर रहा है। एसडीएम एके शुक्ला के नेतृत्व में राजस्व एवं पुलिस दल स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है।
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